हादसे के बाद मृतकों के परिवार में मचा कोहराम, शव पोस्टमार्टम को सैंफई भेजे
शिकोहाबाद/फिरोजाबाद, जन सामना ब्यूरो। हरियाणा से लखनऊ जा रही तेज रफ्तार अर्टिका कार चालक को झपकी आने से अनियंत्रित होकर डिबाइडर से टकराकर पलट गई। जिसमें मां-बेटा समेत तीन की मौत हो गई, जबकि बेटी और परिवार की दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। हादसे के बाद मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायलों को अर्टिका से निकाला और उपचार के लिए सैंफई अस्पताल भेज दिया। हादसे की जानकारी होते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवारीजन बहादुरगढ़ हरियाणा से सैंफई अस्पताल पहुंच गए।
हरियाणा के झझ्झर जिले के थाना क्षेत्र बहादुरगढ़ अंतर्गत यशोदानगर निवासी धर्मवीर परिवार के साथ रहते हैं। उनकी बेटी स्वेता लखनऊ में एमबीबीएस कर रही है। दीपावली पर स्वेता घर पर आई हुई थी। रविवार सायं पूरा परिवार बेटी को छोड़ने लखनऊ जा रहा था। गाड़ी को स्वेता का चचेरा भाई संदीप चला रहे था। सोमवार सुबह साढ़े तीन बजे के करीब जब उनकी गाड़ी तेज रफ्तार से लखनऊ के लिए बढ़ती जा रही थी, तभी नगला खंगर क्षेत्र अंतर्गत भदान के समीप अचानक संदीप को झपकी लगी और गाड़ी अनियंत्रित होकर डिबाइडर से टकराते हुए पलट गई। जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई । पुलिस ने बताया हादसे में निर्मला पत्नी धर्मवीर, संदीप पुत्र कृष्णचंद्र और संजीव पुत्र धर्मवीर, की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि स्वेता पुत्री धर्मवीर, इन्दुवाला पत्नी धर्मवीर, और स्वीटी पुत्री कृष्णचंद्र दलाल निवासी यशोदा नगर बहादुरगढ़ हरियाणा घायल हो गए। एक्सप्रेस वे पैट्रोलिंग टीम पर तैनात भूतपूर्व सैनिकों ने बहादुरी का कार्य करते हुए सभी घायलों और शवों को गाड़ी से निकलवाया और उपचार सैंफई अस्पताल भेजने में सहयोग किया। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दीक्षित ने बताया प्रार्थना पत्र पर पोस्टमार्टम के बाद शव परिवारीजनों के सुपुर्द कर दिए हैं।