फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के बाद फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी बनाने का मामला भी आ चुका है सामने
रायबरेली। जिले के रोहनिया विकास खंड के अंतर्गत आने वाला कमालपुर गांव अधिकारियों की उदासीनता के चलते अब भ्रष्टाचार, फर्जी जन्म प्रमाणपत्र/आधार/वोटर कार्ड बनाने और अवैध गांजा बिक्री करने का गढ़ बनता जा रहा है। गांव की इस धूमिल छवि को संवारने हेतु यहां के निवासी एवं शिकायतकर्ता अमन सिंह वर्षों से प्रयासरत हैं।
शिकायतकर्ता ने उच्च स्तर के अधिकारियों को कमालपुर गांव में चल रही अनैतिक गतिविधियों से कई बार लिखित पत्र और साक्ष्य के साथ अवगत कराया है यहीं नहीं शिकायतकर्ता ने शपथ पत्र के साथ साथ विभागों में अपने बयान भी दर्ज कराएं हैं परन्तु जिले की जांच एजेंसियों में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी हैं कि अनैतिक गतिविधियों को रोकने के बजाय उन्हें कारित करने वालों को सहयोग किया जा रहा है। जिसके कारण शिकायतकर्ता को धमकी भी मिल चुकी है।
यह है पूरा मामला
वर्ष 2024 के अंतिम माह में जिले के सलोन ब्लॉक से एक बड़ा चौंकाने ही वाला मामला सामने आया था, जिसमें फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाकर सरकारी लाभ और नागरिकता लेने की बात कही गई थी। यह भी बताया गया था कि 11 गांवों से करीब 52000 प्रमाण पत्र फर्जी मिले। यह फर्जीवाड़ा वहां के ग्राम विकास अधिकारी की यूजर आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग करके की गई थी जिसकी जांच यूपी एटीएस और एनआईए ने की। जिसमें जांच टीम ने ग्राम विकास अधिकारी समेत दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। शिकायतकर्ता ने कहा कि यह कार्रवाई अभी अधूरी है।
शिकायतकर्ता के ही अनुसार इसी तरीके का एक और फर्जीवाड़ा फिर से उमरन गांव में किया गया है, जिसकी उच्च स्तर पर जांच हो जाए तो अधिकारी समेत कई अन्य जद में आ जाएंगे। शिकायतकर्ता ने कहा कि जनसुविधा केंद्र संचालक ने जन्म प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ कर नाबालिगों को बालिग बनाकर सरकारी योजनाओं में धांधली का खेल काफी समय से चला रहा है, जिसे विभाग बिना जांच के पारित भी कर देता है। प्रमाण पत्रों में अवैध तरीके से बदलाव कर नाबालिग से बालिग बने बच्चे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। 14 साल व 17 साल उम्र के बच्चों का मनरेगा में भुगतान हो रहा है।
उल्लेखनीय है फर्जी तरीके से बनाए गए जन्म प्रमाणपत्र से बने आधार कार्ड की सहायता लेकर वह वोट भी डाल सकते हैं। इसलिए शिकायतकर्ता की इस शिकायत पर आलाधिकारियों को गंभीरता से लेकर गहन जांच करनी चाहिए। इसके साथ ही शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत संख्या 20015825001960 दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि इस प्रकरण में डीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम भी गठित की है, जिसके संबंध में जांच पक्ष – विपक्ष दोनों की उपस्थिति में 16 जून को ग्राम पंचायत भवन कमालपुर में होनी है, इसके लिए शिकायतकर्ता ने जिला समाज कल्याण विभाग रायबरेली को भी पत्र भेजकर कहा है कि उपरोक्त मामलों की जांच हेतु वह 16 जून को अपराह्न 2ः30 बजे ग्राम पंचायत भवन कमालपुर में संबंधित ग्राम प्रधान, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी कमालपुर को शिकायत से संबंधित अभिलेखों सहित जांच स्थान पर उपस्थित होने हेतु निर्देशित करे।
तय तारीख पर जांच के समय किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न ना हो और अपनी सुरक्षा के दृष्टिगत शिकायतकर्ता अमन सिंह ने आज चौकी प्रभारी एनटीपीसी वागीश मिश्रा को चौकी पर उपस्थित होकर लिखित प्रार्थना पत्र देकर सुरक्षा की मांग की है।