फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। जनपद के सभी बेसहारा बच्चों के पुर्नवास की व्यवस्था की जायें। उन्हे सरकार द्वारा दिये जाने वाले अनुदान को समय पर दिलाया जायें तथा जो बच्चें मजबूरी भिक्षा वृत्ति, बाल श्रम या अन्य कार्याें को कर रहे हैं उन्हे तत्काल इससे मुक्ति दिलाने के प्रयास किये जाये एवं जनपद के समस्त बच्चों को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधायें समय पर उपलब्ध कराई जायें।
यह निर्देश जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला बाल संरक्षण समिति की त्रिमासिक बैठक के दौरान दिये। उन्होने गत बैठक के कार्यवृत्त के सभी बिन्दुओं पर विभिन्न विभागों द्वारा प्राप्त अनुपालन आख्या की समीक्षा भी की तथा जिन विभागों से अभी तक अनुपालन प्राप्त नही हुआ उन्हे तत्काल अनुपालन आख्या प्रस्तुत किये करने के निर्देश दिये। राजकीय रेलवे पुलिस जैसे महत्वपूर्ण विभाग से कोई प्रतिनिधि उपस्थित न होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये स्पष्टीकरण लिये जाने के निर्देश दियें तथा अगली बैठक से अनिवार्य रूप से उपस्थित होेने को भी कहा। उन्होने कहा कि बच्चे समाज की सबसे संवेदनशील इकाई है और उनका किसी भी स्तर पर शोषण नही होना चाहिए। उन्होने विभिन्न थानों से आये बाल कल्याण अधिकारियों को विशेष निर्देश दियें कि वह पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें तथा यदि कोई बच्चा बेसहारा अथवा भिक्षा वृत्ति या अन्य किसी कार्य में संलग्न पाया जाये तो तत्काल उसके पुर्नवास की व्यवस्था करते हुये उसे सरकार द्वारा दी जाने वाली राहत उपलब्ध कराई जाये। उन्होने एआरटीओ(प्रवर्तन) को निर्देश दियें कि स्कूली बसों की औचक चेकिंग करते रहे जिससे की कोई भी ड्राइवर या ठीक प्रकार से वाहन संचालन नही कर रहा है तो पकड़ में आ सकेें उन्होने वाहनों की नियमित फीटनेस चेकिंग भी किये जाने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी नेहा जैन, जिला प्रोवेशन अधिकारी अजय पाल, एआरटीओ प्रवर्तन शांतिभूषण पाण्डे, एएलसी राजेश सिंह, किशोर न्याय बोर्ड एवं जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं समस्त थानों के बाल कल्याण अधिकारी मौजूद रहें।