जनपद के स्वर्णिम इतिहास में जुडा नया अध्याय: प्रभारी मंत्री
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 9वें नगर गैस वितरण परियोजना के अन्तर्गत 129 जिलों में 65 भौगोलिक क्षेत्रों में नगर गैस वितरण परियोजनाओं का शिलान्यास एवं 50 भौगोलिक क्षेत्रों के अन्र्तगत 124 जिलों के लिए 10 वें सीजीडी बोली प्रक्रिया दौर का शुभारंम्भ किया गया। जिसका वेब (LIVE TELECAST) द्वारा सीधा प्रसारण एक साथ सभी जगहों पर किया गया। यह हमारे कानपुर देहात जनपद का सौभाग्य है कि इस आयोजन के लिए देश के 65 जनपदों में से उत्तर प्रदेश के तीन जनपदों को चुना गया जिसमें हमारा जनपद भी सम्मिलित है। इसके साथ ही जनपद में एक स्वर्णिम इतिहास में एक नया अध्याय भी जुडा है। इस स्वर्णिम अवसर के साक्षी बनते हुए नगरवासियों को अपार गौरव की अनुभूति होने का एहसास उनके मुख मण्डल से प्रदर्शित हो रहा था। कानपुर देहात में इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु कलेक्ट्रेट ग्राउण्ड, माती-अकबरपुर में प्रशासन एवं टोरेंट गैस प्रा0 लि0 के संयुक्त प्रयासों से मूर्तिरूप दिया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में सहाकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के द्वारा सांसद प्रतिनिधि राजेन्द्र सिंह गौर, डायरेक्टर उत्तर प्रदेश सहकारी बैंक लिमिटेड, विधायकगण प्रतिभा शुक्ला, अजीत पाल, निर्मला शंखवार, एम0एल0सी0 अरुण पाठक, जिलाध्यक्ष राहुल देव अग्निहोत्री, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राधेश्याम की गरिमामय उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित कर किया गया। उक्त अवसर पर टोरेंट ग्रुप के शैलेश देसाई द्वारा सभी अतिथिगणों को पुष्प देकर उनका स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन अपने सौम्य एवं सारगर्भित वक्तव्यों के द्वारा विनीता जोहरी उदघोषिका दूरदर्शन द्वारा किया गया। उक्त अवसर पर सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि द्वारा कहा गया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को गति देने के साथ साथ देश की जनता जनार्दन को उनकी मूल भूत सुविधाओं पहुचाने के लिए अनेकों अनेक संचालित कर रहे है। इसी कडी में आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिससे आमजन को पैट्रोलियम से सस्ता ईधन कराया जा सके साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी यह प्रकृतिक गैस उपयोगी है। जहां प्रधानमंत्री जी एक तरफ तो देश को प्रगति के पद पर अग्रसारित कर रहे है वहीं दूसरी ओर देश को विश्व के मानचित्र पर सुदृढ देश के रूप में स्थापित भी कर रहे है। देश व प्रदेश की सरकार पं0 दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पनाओं को मार्ग बनाकर अंतिम पायदान पर खडे व्यक्ति को भी लाभांवित करने के लिए कार्य कर रही है। जहां एक ओर महिला सशक्तीकरण के माध्यम से महिलाओं में स्वाभिलम्बन व आत्मविश्वास की ज्योति जलाई जा रही है। वहीं देश के किसानों को ऋण माफी व डीबीटीएल के माध्यम से अनुदानित राशि सीधे उनके खातों में पहुंचाकर लाभांवित किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने देश में चलायी जा रही अन्य योजनाओं यथा उज्जला योजना, पात्र गृहस्थी योजना, सौभाग्य योजना, कौशल विकास मिशन योजना, सुकन्या योजना आदि योजनाओं के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 09 वें नगर गैस वितरण बोली चक्र के अन्तर्गत भौगोलिक क्षेत्र के 65 भौगोलिक क्षेत्रों के 129 जिलों में फैले हुए है जिसमें भारत की 26 प्रतिशत जनसंख्या और 24 प्रतिशत क्षेत्र सम्मिलित है। व्यवसाय की त्वरित शुरूआत के लिये गैस की प्राप्ति के माध्यम से आपूर्ति गैस पाइप लाइन परिचालक नगर गैस वितरण नेटवर्क को 180/270 दिनोें के अन्दर कनेक्टिविटी उपलब्ध करवायेंगें। इस सम्पूर्ण कार्य में 08 वर्ष की अवधि में 2 करोड 21 लाख 16 हजार 702 पी एन जी घरेलू कनेक्शन, 4 हजार 603 पी एन जी पम्पों की स्थापना और 1 लाख 16 हजार 171 इन्च-किलोमीटर स्टील पाइप लाइन को बिछाया जाना सम्मलित है। 09 वें नगर गैस वितरण बोली चक्र के परिणाम स्वरूप रूपये 70 हजार करोड के निवेश के साथ ही साथ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के सृजन का अनुमान है। 09 वें नगर गैस वितरण बोली चक्र में उद्योग की उत्साही प्रतिभागिता से उत्साहित और भारत के विभिन्न भागों में प्राकृतिक गैस के वितरण के लिए 10 वें नगर गैस वितरण में 50 भौगोलिक क्षेत्रों के 14 राज्यों के 124 जिलों में फैला हुआ होगा जिसमें भारत का 24 प्रतिशत क्षेत्र सम्मिलित होगा और 18 प्रतिशत जनसंख्या को लाभ मिलेगा। इस चक्र के पूर्ण होने के पश्चात् भारत वर्ष की 70 प्रतिशत जनसंख्या, 52 प्रतिशत क्षेत्रफल एवं 27 राज्यों एवं संघशासित प्रदेशों के 402 जिले पूरी तरह से नगर गैस वितरण में सम्मिलित हो जायेगें। उन्होंने प्रकृतिक गैस के बारे में बताते हुए कहा कि प्राकृतिक गैस कोयले और अन्य ईधनों की तुलना में अधिक उत्कृष्ट, पर्यावरण अनुकूल, सुरक्षित तथा सस्ता ईधन है। प्राकृतिक गैस की आपूर्ति उसी प्रकार की जाती है, जिस प्रकार पानी की आपूर्ति नल द्वारा की जाती है। प्राकृतिक गैस (सीएनजी के रूप में) पैट्रोल की तुलना में 60 प्रतिशत और डीजल की तुलना में 45 प्रतिशत सस्ती है। इसी प्रकार प्राकृतिक गैस (पीएनजी के रूप में) एलपीजी की तुलना में 40 प्रतिशत सस्ती है।टोरेंट गैस के महाप्रबन्धक आशित श्रीवास्तव ने सभी आगंतुकों एवं महानभावों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि टोरेंट ग्रुप लगभग 60 वर्षो से जन सुविधाओं के विभिन्न क्षेत्रों यथा फार्मा, पाॅवर, केबिल आदि में प्रभावी रूप से सक्रिय है। टोरेंट फार्मा भारत ही नही विदेशों में भी औषधी निर्माण में अग्रणीय स्थान रखती है। नगर गैस वितरण परियोजनाआ के अंतर्गत पाईपलाईन के माध्यम से पूरे शहर में प्राकृतिक गैस के वितरण का नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। पाईपलाईन गैस एक सुविधाजनक, स्वच्छ, सुरक्षित और किफायती ईंधन है। प्राकृतिक गैस के माध्यम से कानपुर देहात के निवासियों और उद्योगों को कम लागत, निरंतर उपलब्धता और प्रदूषण में कमी के माध्यम से अत्यधिक लाभ होगा। परियोजना के शिलान्यास के पश्चात् टोरेंट गैस प्रा0 लि0 द्वारा योजनाबद्ध तरीके से परिवहन क्षेत्र, घरों, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं और सीएनजी स्टेशनों को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति हेतु पाइपलाईन नेटवर्क स्थापित करना आरम्भ कर देगी। इसी क्रम में कानपुर देहात, इटावा और औरैया के क्षेत्रों के निवासियों को प्राकृति गैस वितरण की आपूर्ति हेतु कृत संकल्पित है।