Sunday, May 19, 2024
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लॉकडाउन के 15 दिन बाद भी ग्राम समायूं और पोवा में कीटनाशक छिड़काव नहीं

कोरोना वायरस से लोग दहशत में गांवों में नहीं हो रहा कीटनाशक दवा का छिड़काव
रसूलाबाद/कानपुर देहात। पूरा विश्व कोरोना वायरस संक्रमण से संकट में है कोरोना वायरस संक्रमण का कहर पूरे देश में लगातार बढ़ता जा रहा है। देशभर में संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग 4500 के पास पहुंच गई है। अब तक 114 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
15 अप्रैल से देश में लॉकडाउन रहेगा या नहीं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसकी अंतिम तारीख 14 अप्रैल है। अब चर्चा तेज हो गई है कि 15 अप्रैल से लोग अपने घरों से बाहर निकल सकेंगे? या नहीं, अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
कोरोना वायरस के प्रकोप से गांव-गांव में साफ-सफाई के अलावा विशेषरूप से छिड़काव के साथ सैनिटाइज करना है ताकि मच्छर के प्रकोप से मलेरिया जैसी बीमारी से बचाव किया जा सके, लेकिन लॉकडाउन के 15 दिन बीत जाने के बाद भी ग्राम पंचायत समायूं और कहिजंरी खुर्द(पोवा) में अभी तक कही भी कोई छिड़काव नहीं किया गया है। ब्लाक का कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्राम विकास अधिकारी समायूं विकास गौतम के मुताबिक जल्द से जल्द छिड़काव कार्य कराया जायेगा लेकिन कब यह नहीं बताया जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारी कहिजंरी खुर्द विपिन वर्मा ने बताया उनके पास कोई भी कर्मचारी उपलब्ध नहीं है। इस कारण से छिड़काव नहीं कराया जा रहा है। अब सवाल उठता है पूरा देश संकट में है और ब्लाक रसूलाबाद के अधिकारी के साथ में ग्राम प्रधान का कोई कर्तृत्व नहीं बन रहा है। इस समस्या से मिलकर सरकार का साथ दे सावधानी बर्ते गांव के लोगों को जागरूक करें वायरस से लड़ने के उपाय बताने के साथ में सैनिटाइज के साथ में छिड़काव कराया जाये।
ग्राम प्रधान समायूं के जगदीश राजपूत से इस बारे में बात करने पर उन्होंने बताया गांवों में बराबर छिड़काव कार्य किया जा रहा है। जब ग्रामीणों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ मना किया ग्रामीणों को कहना है प्रधान ने सिर्फ अपने घर के पास ही छिड़काव कार्य कराया होगा बाकी पूरे गांव में छिड़काव कार्य नहीं किया गया है। गांव के निवासी सुनील, अखिलेश ने बताया नालियां जरूर साफ कराई गई है उन पर चूना डाला जा रहा है। नालियों तक ही छिड़काव दिखा है बाकी कही नहीं हुआ है। समाजसेवी पूर्व ग्राम प्रधान समायूं श्याम सुन्दर यादव ने जब देखा कोई मद्द नहीं की जा रही है तो उन्होंने स्वयं से पूरे गांव को मास्क बांटे और ग्राम विकास अधिकारी विकास गौतम से बात कि तो उन्होंने अपना दुखड़ा रोया उन्हें ऊपर से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है आप तो प्रधान रह चुके है इस तरह से एक दो दिन में छिड़काव कराने की बात कही।
ग्राम प्रधान कहिंजरी खुर्द से सम्पर्क नहीं हो सका स्थानीय निवासी आलोक कुमार, सरमन, नीरज, पिंटू ने बताया कही कोई छिड़काव नहीं कराया गया है, समाजसेवी रामनरेश सिंह ने बताया उनके द्वारा स्वयं से आस-पास की नालियों में छिड़काव कार्य किया गया है। ग्राम विकास अधिकारी विपिन वर्मा ने बताया कि कर्मचारी की कमी है गांव बड़ा है एक दो दिन में छिड़काव कार्य कराया जायेगा।
स्वच्छता अभियान के तहत हर ग्राम पंचायतों को मिलने वाली धनराशि का प्रयोग गांवों में मच्छरों पर नियंत्रण के लिए कीटनाशकों का छिड़काव कराने की बजाए कहां किया जाता किसी को पता नहीं है। कागज में छिड़काव हो जाते और मच्छरों का हमला जस का तस जारी रहता है।
गांवों में गंदगी के चलते मच्छरों की भरमार है, जिसके चलते लोगों की नींद हराम है। कीटनाशकों के छिड़काव, फागिंग व अन्य सफाई कार्य के लिए शासन द्वारा रुपये ग्राम प्रधान को भेजा जाता है। लेकिन ग्राम प्रधान इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे है।
सहायक विकास अधिकारी (पं0) रसूलाबाद दिनेश चंद्र पाण्डेय से बात की गई तो उन्होंने भी एक या दो दिन में कराने की बात कही और सवाल करने पर भड़क उठे झूठ मत बोलिए गांव में बराबर छिड़काव कार्य जा रहा है। अब सवाल उठता है कि 15 दिन का लॉकडाउन बीत जाने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। उन्हें बिल्कुल भी इस गंभीर बीमारी से बचाव की फिक्र नहीं हैं।