Wednesday, May 15, 2024
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प्रवासी कामगारों के प्रदेश लौटने पर तत्काल कराई जाये स्क्रीनिंग: मुख्य सचिव

प्रवासी व्यक्तियों का आगमन जनपद में स्थापित आश्रय स्थल में प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाये एवं किसी भी दशा में रेलवे स्टेशन से सीधे होम क्वारनटाइन में न भेजा जाये: मुख्य सचिव
आश्रय स्थल लाये गये सभी श्रमिकों का विवरण https://rahatup.in/ पर अवश्य अपलोड करा लिया जाये: मुख्य सचिव
जिन कामगारों एवं श्रमिकों के लिए उनके घरों में होम क्वारनटाइन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है उन्हें इन्स्टीट्यूशनल
क्वारनटाइन में ही रखा जाये: राजेन्द्र कुमार तिवारी
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कोविड-19 के दृष्टिगत निर्देश दिए कि प्रवासी कामगारों के प्रदेश में लौटने पर प्रत्येक यात्री के आश्रय स्थल पर पहुँचने के पश्चात् ही उनकी स्क्रीनिंग की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि लक्षण रहित प्रवासियों को 21 दिन के होम क्वारनटाइन में भेजने के पूर्व कुछ लोगों के सैम्पल ले लिये जायें, जिन्हें पूल टेस्टिंग के माध्यम से टेस्ट करवाया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रवासी कामगारों को होम क्वारनटाइन में भेजे जाने से पूर्व उन्हें खाद्य सामग्री के पैकेट अवश्य उपलब्ध कराए जाएं।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश प्रदेश के समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को परिपत्र के माध्यम से दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रवासी व्यक्तियों के जनपद में पहुँचने के पश्चात उनके हेतु जनपद में स्थापित आश्रय स्थल में उनका आगमन प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए एवं किसी भी दशा में किसी भी प्रवासी व्यक्ति को रेलवे स्टेशन से सीधे होम क्वारनटाइन में न भेजा जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद का आश्रय स्थल जिला स्तर अथवा तहसील स्थल पर हो सकता है यदि किसी भी जनपद में श्रमिक रेलवे स्टेशन से सीधे होम क्वारनटाइन भेजे जाते हैं तो सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही की जायेगी।
राजेन्द्र कुमार तिवारी ने यह भी कहा कि आश्रय स्थल में लाने के बाद सभी श्रमिकों का विवरण https://rahatup.in/ पर अवश्य अपलोड कर लिया जाये। उन्होंने कहा कि जिन कामगारों एवं श्रमिकों के लिए उनके घरों में होम क्वारनटाइन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है तो उन्हें इन्स्टीट्यूशनल क्वारनटाइन में ही रखा जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि आश्रय स्थल पर लाने के बाद होम क्वारनटाइन भेजन के लिए यह देखा गया है कि स्थानीय परिवहन न होने पर रोडवेज की बसों को ही कतिपय जनपदों में आगे गाँव-गाँव तक पहुँचाने के लिए भेजा जा रहा है जो उचित नहीं है जिसके कारण रोडवेज की बसों के टर्न ओवर का टाइम बढ़ रहा है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर वाहनों की व्यवस्था करते हुए होम क्वारनटाइन में भेजने के लिए कार्यवाही कराते हुए दिये गये समस्त निर्देशों का अत्यन्त कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये।