वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभन्न संकायों/विभागों के शिक्षकों के समूह ने बीएचयू के कुलपति प्रो राकेश भटनागर से मिलकर ‘good academic record’ के नाम पर दसवीं व बारहवीं के 55% अंकों की अनिवार्यता को एसोसिएट प्रोफेसर की मूल्यांकन प्रक्रिया से पूरी तरह हटाये जाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर कुलपति ने आश्वासन दिया कि यूजीसी 2018 की नियमावली को ध्यान में रखते हुए दसवीं व बारहवीं के अंकों को एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर चयन का आधार नहीं बनाया जायेगा। कुलपति ने साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिया कि इस पर शीघ्र उचित कार्रवाई की जाए ताकि चयन प्रक्रिया में किसी तरह का व्यवधान न पड़े। पिछले कुछ दिनों से इस प्रकरण से यह प्रतीत होता है कि कुलपति के इस मामले में सकारात्मक रुख होने के बावजूद भी विश्वविध्यालय के कुछ अधिकारी व मठाधीश शिक्षक की इस सम्बन्ध में यूजीसी के नियमों की अवहेलना कर कुलपति को गुमराह करने में लगे है ताकि चयन प्रक्रिया बाधित हो और विश्वविद्यालय व कुलपति की गरिमा को धूमिल किया जा सके। कुलपति से मिलने वाले शिक्षकों के समूह का नेतृत्व करने वाले प्रो. महेश प्रसाद अहिरवार ने हर्ष जताया कि कुलपति महोदय ने इस पूरे प्रकरण में वैधानिक मूल्यों का सम्मान करते हुए सहयोगपूर्ण व सकारात्मक रूख दिखाया है। प्रतिनिधि मंडल में प्रो. जेबी कोमरैया, प्रो. बृजेश अस्थावल, डॉ शांतिलाल सालवी आदि शामिल थे।
Home » मुख्य समाचार » कुलपति ने फिर कहा खत्म होगा एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति में हाईस्कूल इण्टर में अंकों की बाध्यता का नियम