कानपुर देहात। जनपद न्यायाधीश यशवन्त कुमार मिश्र के निर्देशन में हिन्दी दिवस के अवसर पर जनपद न्यायालय के मीटिंग हॉल में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकर, कानपुर देहात द्वारा हिन्दी दिवस से सम्बन्धित विशेष जानकारियां दी गयी। हिन्दी दिवस के अवसर पर बताया गया कि 14 सितंबर 1949 को हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। संविधान के अनुच्छेद 343(1) में इसका उल्लेख है। वर्ष 1953 से आज के दिन हिन्दी दिवस मनाने की शुरुआत हुयी। हिन्दी के प्रोत्साहन के लिए कई महान हस्तियों ने भी बहुत ही साहसिक कार्य किये, स्वामी विवेकान्द द्वारा अमेरिका देश के शिकागो शहर में 14 सितंबर 1893 को विश्व धार्मिक संसद में अपना सम्बोधन हिन्दी में ही दिया गया। जिससे हिन्दी का अधिकाधिक प्रचार- प्रसार हुआ। गांधी जी ने हिन्दी को जन-मानस की भाषा कहा था। वर्ष 1918 में हिन्दी साहित्य सम्मेलन में गांधी जी ने हिन्दी – राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। अपने देश में 77 प्रतिशत लोग हिन्दी बोलते, समझते एवं पढ़ते हैं। हिन्दी दिवस के सुवसर पर यह भी बताया गया कि हिन्दी विश्व की महानतम भाषाओं में एक है जो सबसे ज्यादा बोली, लिखी व पढ़ी जाती है। इस मौके पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण साक्षी गर्ग आदि उपस्थित रहे।