हमीरपुर, अंशुल साहू। जनपद हमीरपुर के तहसील मौदहा में स्थानीय व जिला प्रशासन की मिलीभगत से अवैध मौरंग का कारोबार चरम सीमा पर है भ्रष्ट तंत्र के लिफ्ट जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भूल गुलाबी नोटों की चमक में इस कदर समाहित हो चुके हैं, कि प्रत्येक माह सरकार के करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लगा रहे हैं। दरअसल कस्बे में एक या दो नहीं दर्जनों अवैध मोरम के डंप संचालित हैं और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी इन सब बातों से अनजान हैं मौदहा कस्बे के कम्हरिया रोड स्थित अवैध रूप से मानकों को ताक में रखकर सैकड़ों ट्राली मोरंग के कई डम संचालित हैं जिनसे मनमानी दामों पर कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है| इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास भी सैकड़ों ट्राली मौरंग का अवैध रूप से डंप पर से गाढ़ी कमाई कर उसका कुछ अंश सिस्टम में बैठे उन जिम्मेदारों को भी उनकी जेबों तक मुहैया कराया जाता है। जिससे माफियाओं को भी गुलाबी नोटों की चमक रखना बरकरार बना रहता है बीते पिछले कई माह से अवैध रूप से डंप कर माफिया प्रशासन व सरकार को ठेंगा दिखाकर करोड़ों रुपए के राजस्व पर पानी फेर रहे हैं। आपको बता दें कि कस्बे के मुख्य स्थानों पर मोरंग के अवैध रूप से दर्जनों डंप संचालित हैं, फिर भी प्रशासन अनजान है फिलहाल मौजूदा केंद्र व राज्य में स्थापित भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने की बात अधिकतर समाचार पत्रों व टेलीविजन चैनलों में देखी जाती है लेकिन यहां तो सरकार के ही सरकारी नौकर सरकार को ही पहुंचने वाले कोष पर खुलेआम डाका डालते नजर आ रहे हैं।