कानपुर देहात। पोषण माह के अंतर्गत केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप गुरुवार को प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन के शुभावसर पर एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 60 आंगनवाड़ी कार्यकत्री, 50 ग्रामीण महिलाएं व 20 कृषक बंधुओ ने प्रतिभाग किया। उपस्थित सभी प्रतिभागियों को किचन गार्डन किट व मोरिंगा (सहजन) के पौधे वितरित किये गए तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक बिल्हौर भगवती सागर, तथा शिवली टाउन एरिया के चेयरमैन अशोक शुक्ला विशेष अतिथि, व गेस्ट ऑफ ऑनर P.C.D.F. K चेयरमैन शैलेन्द्र चौहान रहे है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी कानपुर देहात राकेश यादव, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी कानपुर देहात, क्षेत्रीय प्रबंधक इफको अजीत सिंह व कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ, राजेश राय, डॉ, सी.के. राय, अरुण सिंह, डॉ. अरविंद कुमार व डॉ. अभिमन्यु व अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत भाषण अध्य्क्ष कृषि विज्ञान केंद्र डॉ अशोक कुमार द्वारा हुआ, कार्यक्रम की थीम पोषण वाटिका से पोषण थाली तक थी इसी अंतर्गत डॉ. निमिषा अवस्थी ने गृहवाटिका लगाने व उसके लाभ बताते हुए कहा कि देश में 15 से 51 साल तक कि महिलाएं एनीमिक हैं बच्चो में पूर्ण या अल्पानधता है जो कि विटामिन ए की कमी है साथ ही लोग आलू की सब्जी खाते हैं क्योंकी गावो में सप्ताह के एक 2 दिन ही बाज़ार लगती है वंही से हरि सब्जी लाते हैं इसलिए कम खाते हैं अतः अपने घर में गृहवाटिका लगाएं। उसके बाद डॉ चंद्रकला ने पोषण थाली के बारे में बताते हुए कहा कि बच्चे एवम बुजुर्गो की आश्यकताएँ अलग अलग होती है अतः दोनो के भोजन में भी डिफरेंस होना चाहिए बच्चो को एनर्जी यानी कार्बोहायड्रेट व प्रोटीन रिच भोजन दिया जाना चाहिए जबकि बुजुर्गो को प्रोटीन की अधिक मात्रा दी जानी चाहिए। माननीय विधायक जी ने कहा कि भोजन मन से बनाएं व अपने घर की पोषक आवश्यकता के अनुरूप बनाएं। केंद्र के अध्य्क्ष ने बियोफोर्टिफिकेशन के बारे में बताते हुए कहा कि मोरिंगा स्वतः bio-fortified है। जो कि केंद्र पर बहुतायत से उपलब्ध भी है।