सासनी/हाथरस, जन सामना। गांव गडउआ में चार दिन पूर्व सर्प दंश से ग्रामीण की हालत बिगडने पर परिजनों द्वारा उपचार के लिए अलीगढ में भर्ती कराए जाने पर उपचार के दौरान ग्रामीण छह दिन बाद मौत से हार गया। ग्रामीण की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। करीब चार दिन पूर्व गांव के कालीचरन को विषैले कीडे ने काट लिया था। जिसकी वजह से उसकी हालत बिगडने लगी तो परिजन और अन्य ग्रामीण उसे उपचार के लिए सासनी लाए जहां हालत गंभीर होने पर अलीगढ रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान कालीचरन की करीब छह दिन बाद मौत हो गई। बता दें कि कालीचरन को सर्प द्वारा काटे जाने के बाद उसे देखने उसकी पुत्री पिंकी भी अपनी ससुराल से आ गई थी। जो पिता का अस्पताल में हाल जानने के बाद घर आकर अपने भाई और बच्चों के साथ घर की छत पर सो गई। जहां सर्प ने कालीचरन के पुत्र उमेश और पुत्री पिंकी को भी दंश मार दिया था। पिंकी की हालत उपचार करने के बाद ठीक हो गई। मगर उमेश की हालत बिगडने लगी। बताते हैं कि जिला अस्पताल में जब चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया तो परिजनों का मन शांत नहीं हुआ। परिजनों ने बायगीरों को बुलाकर उसकी झाझफूंक शुरू करा दी। काफी देर बाद जब वायगीरों हाथ खडे कर दिए तो उमेश को परिजन घर ले आए। परिजनों ने घर भी एक अन्य जगह से आए बायगीराे को बुलाकर झाडफूंक की मगर वह उमेश को बचा नहीं पाए। इसी प्रकार उमेश की मौत के बाद पिता भी काल के गाल में चला गया। कालीचरन की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। देर शाम परिजनों ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।