Wednesday, April 23, 2025
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बूलगढ़ी की गुड़िया के परिजनों से मिलने आये पश्चिम बंगाल के टीएमसी सांसदों से धक्का-मुक्कीः ब्रायन गिरे

हाथरस,जन सामना। चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढी निवासी दलित बेटी गुड़िया के साथ हुई हैवानियत व दरिंदगी की घटना के बाद जहां बूलगढ़ी व उसके आसपास के क्षेत्र को प्रशासन द्वारा छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं केंद्रीय व राज्य स्तरीय नेताओं का आना-जाना जारी है तथा आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए अपने तीन सांसदों व पूर्व सांसद को पुलिस प्रशासन द्वारा जहां गांव में घुसने नहीं दिया गया। वहीं पुलिस व सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक के साथ धक्का-मुक्की भी हो गई और इस धक्का-मुक्की में राज्यसभा सांसद एवं टीएमसी के कद्दावर नेता जमीन पर गिर गए तथा महिला सांसदों द्वारा पुलिस प्रशासन पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए वहीं पर जमीन पर ही धरने पर बैठ गए। जबकि एमएलसी जसवंत सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमवती यादव आदि भी उक्त सांसदों के समर्थन में पहुंच गए। वहीं कांग्रेसी नेता श्यौराज जीवन व राजेश राज जीवन को भी पुलिस प्रशासन द्वारा घुसने नहीं दिया गया और आज भी दिन भर बूलगढी के लिंक रोड पर भारी हंगामा, हाय तौबा, नारेबाजी आदि की गहमा गहमी रही।
जानकारी के मुताबिक थाना चन्दपा क्षेत्र के गांव बूलगढी में घटित घटना को लेकर व मृतक गुड़िया के परिजनों से मिलने के लिए आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा उक्त घटना की जानकारी लेने एवं परिवार से मिलने के लिए अपने तीन सांसदों व एक पूर्व सांसद को आज हाथरस भेजा गया। उक्त प्रतिनिधि मंडल में राज्यसभा सांसद एवं तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता डेरेक ओ ब्रायन, सांसद काकोली घोष, सांसद प्रतिमा मंडल तथा पूर्व सांसद ममता बाला ठाकुर गांव बूलगढ़ी जाने के लिए बूलगढ़ी के लिंक रोड पर पहुंचे और वहां पुलिस प्रशासन द्वारा लगाई गई रस्सी को पार कर जब बढ़ने लगे तो उन्हें पुलिस फोर्स द्वारा रोक लिया गया।
बताया जाता है टीएमसी के सांसदों को मौके पर तैनात ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा, सादाबाद एसडीएम आदि व पुलिस फोर्स द्वारा रोक लिए जाने पर उनकी प्रशासनिक अधिकारियों से कहासुनी के साथ ही तीखी नोकझोंक हो गई और इस नोकझोंक के दौरान धक्का-मुक्की भी हो गई और आरोप है कि इस धक्का-मुक्की के दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन जमीन पर नीचे मिट्टी में गिर पड़े और सांसद डेरेक ओ ब्रायन के जमीन पर गिरने से प्रतिनिधि मंडल के अन्य सांसद भी नाराज हो गए और सांसदों की पुलिस अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हो गई। जमकर बहस बाजी होने के साथ ही सांसदों द्वारा जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई और वहीं पर ही जमीन पर बैठकर धरना देने लग गए। वहीं टीएमसी प्रतिनिधि मंडल में आई महिला सांसदों द्वारा पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप भी लगाया गया।
धरना देते पश्चिम बंगाल के सांसदों का कहना है कि वह आज बूलगढ़ी की दलित गुड़िया के परिवार से मिलने के लिए आए थे और उसे न्याय दिलाने के लिए आए थे। सांसदों ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक व पुलिस द्वारा उनके साथ अभद्रता की गई है। महिला सांसदों के साथ भी धक्का-मुक्की व अभद्रता की गई। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही भी कराएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा बेटी बचाओ का नारा देती है और यहां पर बेटी को जलाया जाता है। टीएमसी की सांसदों द्वारा मोदी योगी सरकार पर जमकर तीखे हमले करते हुए आड़े हाथों लिया गया। आज गांव बूलगढ़ी पहुंचे टीएमसी सांसदों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के एमएलसी जसवंत सिंह यादव, सपा की पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमवती यादव, सपा के प्रवक्ता रोहताश यादव आदि भी उनके समर्थन में पहुंच गए और सपा नेता द्वारा भी टीएमसी सांसदों के साथ धरना दिया गया।
बूलगढी प्रकरण को लेकर आज कांग्रेस के कद्दावर नेता श्यौराज जीवन, राजेश राज जीवन अपने तमाम कार्यकर्ताओं के साथ बूलगढ़ी जाने के लिए जब बूलगढी के लिंक रोड पर पहुंचे तो उन्हें भी पुलिस प्रशासन द्वारा रोक लिया गया और उनकी भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ जमकर नोकझोंक हो गई तथा नेताओं द्वारा भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बूलगढ़ी में आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी पीड़िता गुड़िया के घर जाने के लिए पहुंचे और उन्हें भी पुलिस द्वारा जाने से रोक दिया गया तथा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा वहीं सड़क पर ही बैठ कर धरना देते हुए जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया। जबकि गुड़िया के घर जाने के लिए बरेली से आई महिला जागृति मंच की महिला पदाधिकारियों को भी जाने से रोक दिया गया।