कानपुर देहात। छात्रवृत्ति आवेदन पत्रों में आधार प्रमाणीकरण में आ रही कठिनाईयों के सम्बन्ध में तीन स्थितियों हेतु आवेदन पत्र में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, राज्य इकाई लखनऊ द्वारा सुविधायें प्रदान की गयी है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि कु0 तथा श्रीमती लगे हुए नामों को आधार प्रमाणीकरण के समय कु0 तथा श्रीमती को लगाते हुए तथा कु0 तथा श्रीमती को हटाते हुए दोनों नामों को प्रदर्शित किया गया है, जिससे कि आधार कार्ड में प्रदर्शित नाम के अनुसार प्रमाणीकरण हो सके. लेकिन इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार से छात्रा के मूल नाम में कोई भी परिवर्तन नहीं हो सकेगा। इसी प्रकार विवाह हो जाने की दशा में छात्रा के सरनेम में परिवर्तन होने के कारण तथा आधार कार्ड पर विवाहित होने पर सरनेम के साथ आधार कार्ड बने होने के कारण आधार प्रमाणीकरण हेतु छात्रा के हाईस्कूल प्रमाण-पत्र के आधार पर भरे गये नाम के अतिरिक्त छात्रवृत्ति के आनलाइन आवेदन के लागिन के अन्दर विवाहित होने की दशा में यदि छात्रा के सरनेम में कोई परिवर्तन है, तो तदनुसार एक अन्य कॉलम नाम भरने हेतु (विवाहित होने की दशा में सरनेम में परिवर्तन होने पर) सुविधा प्रदान कर दी गयी है, लेकिन इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार से छात्रा के मूल नाम में कोई भी परिवर्तन नहीं हो सकेगा। छात्र/छात्राओं द्वारा नवीनीकरण के आवेदन पत्रों में अपने नाम की स्पेलिंग में गलती की गयी है, लेकिन आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग सही है तो उसे आधार के अनुसार प्रमाणीकरण करने में प्रमाणीकरण न होने की दशा में छात्र, छात्रा के नाम की स्पेलिंग को सही करने हेतु आप्सन छात्र, छात्रा को आनलाइन उपलब्ध करा दिया गया है, लेकित ऐसे डाटा का सत्यापन जनपदीय कल्याण अधिकारियों के लाॅगिन रो सत्यापित करने के उपरान्त ही छात्र, छात्रा का नाम आधार प्रमाणीकरण हेतु मान्य होगा। जनपदीय कल्याण अधिकारियों द्वारा छात्रा के प्रार्थना पत्र को अपलोट-करने की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है, जिससे कि जनपदीय अधिकारी द्वारा अभिलेखों सहित संतुष्ट होने पर नाम की सही स्पेलिंग अंकित की जा सके।
उक्त के क्रम में आधार प्रमाणीकरण में आ रही कठिनाईयों को देखते हुए उपरोक्तानुसार जनपद की समस्त पूर्वदशम/दशमोत्तर शिक्षण संस्थाओं को सूचित किया है कि इस सम्बन्ध में छात्र-छात्राओं को अवगत कराये जिससे कि आधार प्रमाणीकरण के कारण छात्र, छात्राओं को आवेदन पत्र भरने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।