फिरोजाबाद, जन सामना। जिला अस्पताल को मेडिकल काॅलेज बनने के बाद अस्पताल की सेवायें रामभरोसे पर चलने लगी है। सरकारी ट्रामा सोमवार को तीन लोगों के भरोसे चला है, अस्पताल में इमरजेंसी ही तीन लोगों पर चल रहा है। तो मेडिकल कालेज का स्टाप कागजों में कार्य करते हुए सरकारी पैसा पा रहा है। जिला अस्पताल जब से मेडिकल कालेज बना है, तब से आये दिन मरीज व तीमारदारों की अनदेखी होने लगी है। अस्पताल में तैनात चिकित्सक प्राईवेट मरीजों को देख रहे है, मेडीकल काॅलेज में तैनात चिकित्सक व स्टाप का पता ही नही चलता है |कि डयूटी कहां कर रहे है। सरकारी ट्रामा सेन्टर में जिला अस्पाल में तैनात चिकित्सक डा. शैलेन्द्र सिंह, फार्मेसिस्ट जगदीश, स्टाप में जूली के अलावा कोई कार्य पर तैनात नही मिला। जबकि घायलों की पट्टी करने के लिए भी कोई नही था, अस्पताल में बाहरी मेडीकल काॅलेज में अध्ययनरत्न छात्र आकर मरीजो का उपचार करते है। वह भी त्यौहार के चलते सरकारी ट्रामा सेन्टर में नहीं देखे गये। अस्पताल प्रशासन से बात करने का प्रयास किया तो किसी का फोन भी नही उठा सका। कुछ समय के लिए चिकित्सक टीपी सिंह भी सेवा के लिए देखे गये थे।