शिकोहाबाद/फिरोजाबाद, जन सामना। भारतीय जन सेवा मिशन के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर एमपी सिंह ने देश के राष्ट्र निर्माता शिक्षकों के माध्यम से चुने गए सभी शिक्षक विधायकों और स्नातक खंड क्षेत्र से आए प्रतिनिधियों को बधाई देने के साथ-साथ आग्रह किया कि वह सदन में शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों की बहुप्रतीक्षित मांग बुढ़ापे का सहारा अर्थात पुरानी पेंशन योजना को शांतिपूर्वक तरीके से रखें और इसके लिए गांधीवादी तरीके से संघर्ष जारी रखें। डॉ सिंह ने बताया कि एक अप्रैल 2005 से नियुक्ति पाए शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए पुरानी पेंशन को खत्म करके राष्ट्रीय पेंशन योजना शुरू की गई थी। जो पूर्णतया मार्केट पर आधारित है। अटेवा जैसे कई संगठन भी इस मांग के लिए संघर्ष करते रहे। डॉ सिंह ने कहा कि शिक्षक साथी सदन में पहुंच चुके हैं| तब इस बहुप्रतीक्षित मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार होना चाहिए ।