हमीरपुर। जन्माष्टमी की खरीदारी के लिए रविवार व सोमवार को बाजारों में खूब भीड़ उमड़ी। मोहल्लों की गलियों, बाजारों में श्रीकृष्ण की मूर्तियों के साथ सजावटी सामान की दुकानें सज गईं। लोगों ने कान्हा की मुस्कराती मूर्तियों को अधिक पसंद किया।सोमवार को जन्माष्टी का पर्व मनाया गया। बजारों में जन्माष्टमी का सामान, कान्हा की मूर्तियों की दुकानें सज गईं। लोगों ने सोना, चांदी, पीतल, जस्ता के अलावा मिट्टी की मूर्तियां भी पसंद कीं। ज्यादातर लोग बच्चों को लेकर आए थे। सराफा की दुकानों पर सोने और चांदी की मूर्तियां भी लोगों ने खरीदीं। हालांकि बाजार में पीतल की मूर्ति पीस के हिसाब से बिक रही थी। ग्राहकों को भगवान के नगों वाले मुकुट बहुत भा रहे थे। मेटल के मुकुट भी बाजार में थे। बाजार में नग वाला मुकुट 1500 रुपये तो मेटल मुकुट की कीमत एक हजार रुपये तक थी। लड्डू गोपाल को झूला झुलाने के लिए झूलों की बिक्री भी खूब हुई। इसमें मेटल के साथ लकड़ी के झूले थे। मेटल के झूले में भगवान भी बैठे थे। यह झूला कंपनियों ने बनाकर बाजार में उतारा है। फुटकर बाजार में ये झूले एक हजार रुपये तक हैं। दूसरी ओर लकड़ी के छोटे झूले 75 रुपये तो बड़े झूले एक हजार रुपये तक हैं। दुकानों में रात तक ग्राहकों की भीड़ बनी रही।हमीरपुर में अबकी बार कान्हा के लिए आया ‘पुष्प दरबार’, खाट पर ठाठ से करेंगे आराम
मेवा की जबरदस्त बिक्री
त्योहार पर मेवा की बिक्री में तेजी आई है। दो दिन में मेवा की मांग बढऩे से फुटकर बाजार में मेवों की कीमतों में 20 से 25 रुपये किलो तक वृद्धि हुई है। किराना की दुकानों में बादाम, काजू, मखाना, किशमिश, चिरौंजी खरीदने वालों की भीड़ लगी रही। हटिया बाजार के कारोबारी दीपक ओमर के मुताबिक इस समय मेवों की बिक्री खूब हो रही है। मांग बढऩे से कीमतों पर भी प्रभाव है। वहीं थोक कारोबारी गिरीश भाटिया के मुताबिक बाजार में मेवों की मांग सामान्य है।