हमीरपुर| जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जंस विभागों की मासिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में संपन्न हुई। प्रभारी सीडीपीओ शहर कामिनी पाल द्वारा बिना उच्चाधिकारियों का अनुमोदन लिए नियम विरुद्ध तरीके/ मनमाने ढंग से मुख्य सेविका का ट्रांसफर करने पर जिलाधिकारी ने प्रभारी सीडीपीओ शहर कामिनी पाल को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। संपूर्ण जनपद में कल दिनांक 3 सितंबर से संपूर्ण माह भर चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह को प्रभावी ढंग से आयोजित किए जाने के संबंध में भी बैठक में चर्चा की गई तथा राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को प्रभावी ढंग से आयोजित करने के संबंध में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान कुपोषित , अति कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण, उनकी स्वास्थ्य जांच व उपचार तथा इन बच्चों का फॉलोअप तथा मासिक वृद्धि निगरानी की जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों में किचन गार्डन का प्रदर्शन एवं पौष्टिक एवं औषधिय गुणों वाले पौधों का रोपण तथा गर्भवती महिलाओं के पोषण के संबंध में जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका लगाई जाएंगी । कहा कि पोषण माह में अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी कार्यक्रमों को कोविड19 के प्रोटोकाल का पालन करने के साथ-साथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण अभियान के अंतर्गत जनपद से जच्चा बच्चा के कुपोषण का पूर्णतया उन्मूलन किया जाए, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाए। कुपोषण को समाप्त करने हेतु माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाए तथा घर घर जाकर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जाए । उन्हें मौसमी फल सब्जियां का सेवन करने , अपनी स्वास्थ्य जांच कराने, समय-समय पर दवाएं लेने एवं टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित करें। कहा की शिशुओ में कुपोषण न हो इसके लिए उसे 6 माह तक केवल मां का दूध ही पिलाया जाए। उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा पूर्णतया स्वस्थ रहें इस पर विशेष ध्यान दिया जाए । कम वजन के बच्चों को एनआरसी में भर्ती कर इलाज कराया जाए। कहा कि जनपद के लाल श्रेणी के बच्चों को पीले श्रेणी में तथा पीली श्रेणी के बच्चों को हरे श्रेणी में लाने का कार्य किया जाए तथा नए कुपोषित बच्चों का भी चिन्हांकन किया जाए। कुपोषित परिवारों को ड्राई राशन किट का समय समय पर वितरण किया जाए । उन्होंने कहा कि कुपोषित परिवारों को वितरित किए जाने वाले ड्राई राशन अच्छी गुणवत्ता के होने चाहिए तथा खराब गुणवत्ता की सामग्री उपलब्ध कराने पर संबंधित आपूर्तिकर्ता एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कहा कि समस्त खंड विकास अधिकारियों द्वारा अपनी कार्यशैली में सुधार किया जाए तथा विकास कार्यों में तेजी लाई जाए, खंड विकास अधिकारियों द्वारा विकासखण्ड में स्थित कार्यालयों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद की विभिन्न गौशालाओं की दुधारू गायों को कुपोषित बच्चों के परिवारों को सहभागिता योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाए तथा नियमित रूप से उनका सत्यापन कर प्रत्येक माह उसका मानदेय का भुगतान किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सीडीपीओ की पाक्षिक डायरी बनाकर जिला कार्यक्रम अधिकारी इनके सभी कार्यों का पर्यवेक्षण करें। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य , उपायुक्त स्वतः रोजगार कमलेश कुमार ,जिला विकास अधिकारी विकास ,जिला कार्यक्रम अधिकारी अभय कुमार सागर,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार , मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,समस्त बीडीओ, समस्त सीडीपीओ , आंगनवाड़ी सुपरवाइजर तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।