रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता| जन्माष्टमी के दिन नशे में धुत होकर सड़क पर वाहन को पास देने के मामले में हुए विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि गुरुवार की शाम को अपहरण जैसी सनसनीखेज घटना ने तहलका मचा दिया था।पुलिस की सक्रियता से मामले का तुरंत राजफाश हो गया अन्यथा बड़ी वारदात भी हो सकती थी । गुरुवार की शाम को उस समय हड़कंप मच गया था जब यह सूचना मिली कि दौलतपुर गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रदीप कुमार का गाड़ी सवार लोगों ने अपहरण कर लिया है।इस सूचना पर तत्काल सक्रिय हुई पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि एक कथित अपहर्ता को आसपास के लोगों ने पकड़ लिया है।मामले में जब गहनता से जांच शुरू हुई तो जो सच्चाई सामने आई उसके मुताबिक पूरा विवाद नशे की मस्ती का था।घटना की शुरुआत जन्माष्टमी के दिन से हुई थी।नशे में धुत कुछ लोग जमुनापुर की ओर से ऊंचाहार आ रहे थे।उनके आगे कथित अपहृत की टीम भी थी।वाहनों को पास देने को लेकर दोनों पक्षों में होड़ मच गई फिर दोनों गुटों में भिड़ंत हो गई। जिसमें बीडीसी का पक्ष भारी पड़ा और दूसरे पक्ष को जमकर धुना था।इस मारपीट ने मामले को इतना बढ़ा दिया कि दूसरा पक्ष गुरुवार की शाम को बीडीसी की दौलतपुर चौराहा स्थित दुकान पर पहुंचा और बीडीसी को गाड़ी में उठा ले गया। उसके बाद दूसरे पक्ष ने अपनी पूरी खुन्नस जमकर निकाली।इस बीच ऊंचाहार कोतवाल विनोद सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चारों तरफ घेराबंदी कर दी थी।जिसका परिणाम यह हुआ कि कथित अपहर्ता बीडीसी को छोड़कर भाग गए।इस मामले में पुलिस ने फिलहाल धावा बोलकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज किया है।कोतवाल का कहना है कि आपसी रंजिश में मारपीट हुई है।प्राथमिकी दर्ज करके एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है शेष की तलाश जारी है ।