खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि अद्वितीय प्रतिभा सम्पन्न एव्ं शिक्षा के पुरोधा थे श्री शुक्ल
कानपुर। उच्च प्राथमिक विद्यालय सरवनखेड़ा में स्व0 रामगोपाल जी शुक्ल सेवा निवृत्त प्रधानाध्यापक के आकस्मिक निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया। श्री शुक्ल 1980 में जिला परिषद की शिक्षक सेवा में आये थे। उसके पूर्व उन्होंने दस वर्ष से अधिक समय तक निजी विद्यालयों में शिक्षण कार्य किया था। शिक्षक जीवन मे उन्होंने कई आयाम छुए। उन्हें जो भी दायित्व मिला, पूर्ण मनोयोग से निर्वहन किया। लगभग 08 वर्षो तक बी आर सी सरवनखेड़ा के प्रभारी रहे, तत्पश्चात NPRC मोहाना के दायित्व का भी सफलता पूर्वक निर्वहन किया और वर्ष 2013 में पूर्व माध्यमिक विद्यालय रसूलपुर गोगूमऊ, सरवनखेड़ा से प्रधानाध्यापक के रूप में सेवा निवृत्त हुए थे।
शुक्ल जी ने हमेशा शिक्षक हित को सर्वोपरि रखा। वह गणित और विज्ञान विषय के सुयोग्य शिक्षक थे, जिसकी ख्याति पूरे क्षेत्र में आज भी है। गौरतलब है कि 30 अगस्त की रात श्री शुक्ल का आकस्मिक निधन हो गया था। 70 वर्षीय श्री शुक्ल फेफड़ों में संक्रमण की समस्या से ग्रसित थे। जिसका इलाज कानपुर के नौबस्ता मंडी समिति के निकट स्थित मन्नत हॉस्पिटल हॉस्पिटल में लगभग 15 दिन तक चला था। वहां से 22 अगस्त को यह कहकर छुट्टी दी गयी थी कि अब वह पूरी तरह ठीक हैं केवल बीच बीच में आक्सीजन की जरूरत पड़ेगी। इसकी वजह से परिजनों ने उनके लिए एक अलग से आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी की थी और डॉक्टर के निर्देशानुसार आक्सीजन का सपोर्ट घर पर दिया गयाl परंतु 30 तारीख को अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते बराबर आक्सीजन देनी पड़ रही थी। इसलिए अस्पताल से संपर्क किया गया और रात करीब 9:00 बजे डॉक्टरों के बुलावे पर जब मन्नत हॉस्पिटल लेकर पहुंचे तब वहाँ के डॉ. मनीष सचान ने बताया कि कोई विशेष चिंता का विषय नहीं है, टीएलसी बढ़ा हुआ है जो इलाज से ठीक हो जायेगा, वाई पाईप की मदद से ऑक्सीजन देनी पड़ेगी जिससे सांस की तकलीफ ठीक हो जायेगी। आई. सी. यू. में भर्ती करने के बाद डॉक्टर मनीष ने बताया कि बाबूजी को वाई पाईप की जरूरत नहीं पड़ेगी ऐसे ही ठीक हो जाएंगे, बस फेफड़ों में जमा का कफ् मशीन द्वारा निकालना पड़ेगा। रात करीब 12:00 बजे अंदर क्या हुआ किसी को पता नहीं है, अंदर से सूचना दी गई कि बाबू जी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है और उन्हें वाई पाइप से ऑक्सीजन दी जा रही हैl थोड़ी देर में बताया गया कि बाबूजी की हालत नियंत्रण से बाहर है इसलिए इन्हें वेंटिलेटर पर लेना पड़ेगा लेकिन हमारे पास वेंटिलेटर की पूर्ण सुविधा नहीं है। अतः आप इन्हें तत्काल चांदनी नर्सिंग होम या अन्य किसी अस्पताल में ले जाएं। जबकि पूर्व में बताया गया था कि हमारे पास अच्छी से अच्छी क्वालिटी के वेंटिलेटर की व्यवस्था है। यह पूंछने पर कि जब वाई पाईप से वह ऑक्सीजन नहीं ले पा रहे हैं तब फिर यहां से चांदनी नर्सिंग होम कैसे पहुंचेगे, उपस्थित डॉक्टरों की टीम ने कहा कि आप चिन्ता न करें हम ऐसी व्यवस्था करके भेजेंगे कि वह सही सलामत चांदनी नर्सिंग होम पहुंच जाएंगे और उन्होंने एक सामान्य एंबुलेंस के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ चांदनी नर्सिंग होम के लिए रिफर कर दिया परंतु मन्नत हॉस्पिटल से चार या पांच किलोमीटर दूर गोविंद नगर के आसपास श्री शुक्ल ने संसार को अलविदा कह दिया। चाँदनी नर्सिंग होम पहुँचने पर वहाँ के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया और यह कहा कि इन्हें आई. सी. यू. सुविधा वाली एंबुलेंस से लाना चाहिए था। बाद में परिजन उन्हें हैलट अस्पताल भी ले गये। लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला।
स्व0 शुक्ल जी के साथ ही विगत वर्षों में स्वर्गवासी हुए स्व0 जगदीश यादव जी, स्व0 राजेन्द्र सिंह चौहान जी, स्व0 अनन्त भान सिंह जी, स्व0 हाकिम सिंह जी, स्व0 उमा दीक्षित जी, स्व0 देशराज जी, स्व0 कैलाश राठौर जी, स्व0 रेखा अवस्थी जी, स्व0 दीपमाला अवस्थी जी, स्व0 सुनीता यादव जी, स्व0 कमलेश जी, स्व0 प्रमोद दीक्षित जी, स्व0 सुधीर पाण्डेय जी, स्व0 शिव वीर सिंह जी, स्व0 धाराजीत सिंह जी तथा स्व0 अरविन्द सिंह राठौर आदि सभी शिक्षकों को पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की गई। तथा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उपरोक्त सभी दिवंगत शिक्षकों के कृतित्व और व्यक्तित्व पर वक्ताओं ने विस्तार से प्रकाश डाला और उनके योगदान को नमन किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री मुकेश कुमार,सेवानिवृत श्री रामाश्रय सिंह, श्री शिवकुमार तिवारी,सतपाल सिंह चौहान, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष श्री दिनेश संखवार, पूर्व abrc धीरेन्द्र चौहान ,अभिषेक द्विवेदी, विनोद शर्मा, अश्विनी शर्मा, धर्मेद्र सिंह, विपिन त्रिवेदी, पुष्पेन्द्र सिंह यादव, अनीता कुमारी, प्रीती त्यागी, प्रतिभा कटियार, कंचन लता, ज्योति सिंह ,श्रीनारायण त्रिपाठी, दिनेश सिंह परमार, अनुपम सचान, रामकृपाल सिंह राठौर लिपिक, मनीष अवस्थी, विवेक शुक्ला, रियाजुल हक़, मंजू विश्वकर्मा, शैल कुमारी, मनोज कुमार शिल्पा पालीवाल,पीयूष मिश्रा, गौरेन्द्र सचान, दीपमाला मिश्रा,छाया ,अर्चना पाण्डेय ,ज्योति शिखा ,चित्रा वर्मा महेंद्र सिंह राजावत आदि सैकड़ो शिक्षक उपस्थित हुए। तथा कोविड प्रोटोकाल का पालन किया गया।शोक सभा की अध्यक्षता श्री रामाश्रय सिंह रिटायर्ड शिक्षक ने की। सभा को प्रमुख रूप से beo मुकेश कुमार, अरविन्द सेंगर, दिनेश संखवार, अभिषेक द्विवेदी, अश्वनी शर्मा, विनोद शर्मा, शिवकुमार तिवारी,श्रीमती प्रीति त्यागी आदि ने सम्बोधित करते हुए उक्त सभी दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनको नमन किया। सभा मे दो मिनट का मौन रखकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
Home » मुख्य समाचार » सरवनखेड़ा के पूर्व बीआरसी रामगोपाल शुक्ल के निधन पर आयोजित शोकसभा में छलके आँसू