हमीरपुर। जनपद में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में एक आवश्यक बैठक जिलाधिकारी डा. ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 से दिवंगत हुए लोगों के परिवारों को त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने हेतु एवं अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण हेतु मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। अतः इसके अंतर्गत निष्पादित होने वाले समस्त कार्य प्राथमिकता के साथ किए जाएं। ताकि संबंधित परिवार व अनाथ बच्चों को त्वरित सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि इस योजना में किसी भी प्रकार की पेंडेंसी नहीं रहनी चाहिए। इस योजना में संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए तथा इसका प्रभावी ढंग से प्रचार प्रसार किया जाए। ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सके। ज्ञात हो कि विगत दिवसो में इस योजना के अंतर्गत कुल 30 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। जिसमें से 8 आवेदनों की सत्यापन रिपोर्ट प्राप्त हुई है। आज मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की जनपदीय समिति में 5 परिवारों के पात्र पाए गए कुल 7 बच्चों/लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिए जाने हेतु संस्तुति की गई है। इन सभी बच्चों को अगले माह से कुल 4000 प्रति माह की दर से सहायता राशि प्राप्त होगी। ज्ञात हो कि जनपद में पूर्व में भी 10 लाभार्थियों को इस योजना से लाभान्वित किया गया था। जिनको प्रतिमाह रुपए 4000 की दर से सहायता प्रदान की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत शेष प्रकरणों को 1 सप्ताह के अंदर निस्तारण कर उसकी रिपोर्ट समिति के समक्ष रखी जाए तथा पात्र पाए गए लोगो को योजना से लाभान्वित किया जाए। इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 से मृतक हुए व्यक्ति की एंटीजन, आरटीपीसीआर, ब्लड जांच अथवा सीटी रिपोर्ट मान्य होती है। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार सागर, वन स्टांप सेंटर की केंद्र प्रभारी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे।