रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता । एनटीपीसी में कर्मचारी संगठनों एवं प्रबंधन के बीच वार्ता का राष्ट्रीय मंच एनबीसी है।जिसमें सभी परियोजनाओं से प्रतिनिधि चुनकर जाते हैं।पिछले माह की 20 तारीख को यह चुनाव ऊँचाहार में हुआ था।जिसमें एटक ने 68 प्रतिशत वोटों से जीत हासिल कर एनबीसी की दोनों सीटों पर कब्जा कर लिया था।जिसका श्रेय जितेन्द्र श्रीवास्तव को मिला था। एनबीसी में मुख्य रूप से चार संगठन इंटक,एटक,सीटू एवं बीएमएस हैं एवं कुछ परियोजनाओं के निर्दलीय प्रतिनिधि भी हैं।इंटक,सीटू और बीएमएस का प्रतिनिधित्व तीन परियोजनाओं से अधिक में होने के कारण एनबीसी में इन संगठनों के एक-एक केंद्रीय नेता एवं एक-एक अतिरिक्त केंद्रीय नेता हैं किंतु एटक का प्रतिनिधित्व अभी तक तीन परियोजनाओं में नहीं था। इसलिये एटक के केवल एक केंद्रीय नेता ही एनबीसी में प्रतिनिधित्व करते थे किन्तु पिछले माह 20 तारीख को ऊँचाहार एवं शक्तिनगर की जीत एवं रिहंद में पूर्व जीत के कारण एटक का प्रतिनिधित्व तीन परियोजनाओं में हो गया है और इसी के साथ एक अतिरिक्त केंद्रीय नेता का अधिकार भी एटक को मिल गया किन्तु कई दावेदार होने के कारण इस पद पर कोई निर्णय नहीं हो पाया तब एटक के केंद्रीय नेता सदरुद्दीन राना ने कहा कि यह निर्णय 23 अक्टूबर को शक्तिनगर में होने वाली एटक फेडरेशन की बैठक में सभी परियाजनाओं के नेताओ की सहमति से लिया जायेगा।
अतः दिनाँक 23 अक्टूबर को शक्तिनगर में रिहंद, सिंगरौली,ऊँचाहार,कहलगांव और टांडा सहित कई परियोजनाओं के नेताओं ने फेडरेशन की बैठक में सर्वसम्मति से जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव को एडिशनल सेंट्रल लीडर चुना । जैसे ही यह खबर ऊँचाहार में आई एटक ऊँचाहार के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों सहित आम कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।जहाँ एक तरफ कर्मचारियों ने जितेन्द्र श्रीवास्तव को बधाई दी वहीं प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बधाई देते हुए प्रसन्नता जाहिर की।बधाई की कड़ी में ऊँचाहार ब्लॉक के प्रधानों सहित कई जन प्रतिनिधि भी शामिल रहे।