Monday, September 23, 2024
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बाजारों में बिना पर्दे के गुमटियों पर सज रहीं मांस की दुकानें

रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता । ऊंचाहार क्षेत्र के व्यस्ततम व्यवसायिक इलाकों के अलावा आवासीय इलाकों में सड़क के किनारे ही बरसों से गुमटियों में सज रही मुर्गा,बकरा इत्यादि के मांस की दुकानें ।पूर्व की खबरों के प्रकाशन के बावजूद नहीं जागा प्रशासन। बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र ऊंचाहार के गली मोहल्ले और भीड़-भाड़ वाले बाजार बूचड़खाना बनते जा रहे है।क्षेत्र की सड़कों पर खुलेआम अवैध रूप से मांस की दुकानें संचालित हो रही है।एक दो को छोड़ दें तो नगर में किसी भी मांस विक्रेता के पास दुकान खोलने का लाइसेंस नहीं होगा।ऊंचाहार क्षेत्र के कई मुख्य मार्गों पर जैसे सलोन रोड के गंदा नाला का पुल,एनटीपीसी गेट नंबर 2 का मुख्य बाजार (जहां पर वर्षों से संचालित है मांस की दुकानें),बहेरवा चौराहा,बीकरगढ़ बाजार जिसमें से यह सभी रहवासी क्षेत्र भी है। इन पर खुलेआम गुमटी में और सड़क के किनारे जमीन पर बैठकर मांस मछली बेची जाती है।पशु वध से निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ भी दुकानदार सड़क के किनारे फेंक देते हैं या फिर सड़क के बगल से गुजरने वाली छोटी सी नहर अथवा तालाब में फेंक देते हैं।इससे आती दुर्गंध से स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो रहा है।सब्जी और फल की बाजार की आड़ में मांस व्यापारी सड़क के किनारे कहीं भी अपनी दुकान सजा लेते हैं और पुलिस प्रशासन मार्ग से आते जाते हुए भी इन्हें अनदेखा कर देता है।एनटीपीसी गेट नंबर 2 के बाजार में वर्षों से मांस की दुकानें गुमटियों में संचालित हो रही हैं लेकिन बीते कुछ समय से इन दुकानों में बढ़ती भीड़ की वजह से पर्दा प्रथा समाप्त हो गया है।अब इन दुकानों पर सुबह-सुबह ही ग्राहकों की भीड़ जमा हो जाती है और दुकानदार मीट-मुर्गा,बकरा इत्यादि काटना शुरू कर देते हैं और सरेआम उसकी खाल उतारकर पूरा बकरा टांग देते हैं जो कि मानकों का उल्लंघन तो है ही आम लोगों को भी इससे परेशानी होती है।