Thursday, May 2, 2024
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श्रम कल्याण परिषद का बना रिकॉर्ड, 3 वर्षों में हुए ऐतिहासिक कार्य

इटावा। श्रम कल्याण परिषद द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के प्रचार-प्रसार के उददेश्य से प्रदेश के प्रत्येक जनपद स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठकों में ट्रेड यूनियन, श्रमिकों के प्रतिनिधि तथा सेवायोजक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के मालिकों की भागदारी करायी गयी। जिससे योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक कर्मियों के परिवारों को दिलाया जा सके। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक कारखाना निदेशक के हवाले से 20 हजार 500 कारखानों तथा 06 लाख 500 दुकानों के आनलाइन पंजीकृत है।
राज्यमंत्री व श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंडित सुनील भरल ने कहा कि विगत 09-10-2021 में हुई बैठक में 7050 कारखाना प्रतिष्ठान के मालिकों से अनुरोध किया था कि योगी आदित्यनाय की सरकार के निर्णयानुसार सभी कारखाना मालिकों को ऑनलाइन पंजीकृत कराने की सुविधा दी गयी। श्रम कल्याण परिषद के न्यायिक क्षेत्र के अंतर्गत समस्त संचालित योजनाओं का लाभ सभी श्रमिकों तक पहुंचाने का कार्य किया गया तथा विभिन्न जनपदों में समीक्षा बैठक द्वारा संचालित योजनाओं तथा श्रमिक कन्यादान योजना (धनराशि-51000/- एपीजे अब्दुल कलाम श्रमिक प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना राशि रू0 2000 से लेकर 15000 तक), गणेश शंकर विद्यार्थी योजना (श्रमिक पुरुस्कार राशि प्रति एक रू0 5000 से लेकर 7500 तक प्रतिवर्) हरिशचन्द्रमुक श्रमिक आर्थिक सहायता योजना (धनराशि-2500/-) दत्तोपतगणी मृतक श्रमिक अंत्येष्टि योजना (धनराशि: -10000/-) कोटा प्रोत्साहन योजना राशि 25000 से लेकर 100000/- तक एकमुश्ती महादेवी वर्मा पुस्तक का आर्थिक योजना-7500/-प्रति अन्यची एकरण) कथा श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा (कुल धनराशि 12000/- प्रांत अभ्यर्थी एकमुश्त) जिससे अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके।
इस दौरान पंडित सुनील भराला ने कहा कि वित्तीय बोर्ड द्वारा अपनी विभिन्न योजनाओं में 25 हजार श्रमिकों को लाभान्वित कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश वार्ड परिषद 1905 का अधिनियम पुराना है तथा इसके बहुत से प्राविधान अनुपयोगी प्रतीत हो अधिनियम में संशोधन की कार्यवाही से प्रचलन में क्षेत्र के कर्मकार परिषद में पंजीकृत सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रह है जिससे प्रत्येक पंजीकृत योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सके। श्रम कल्याण परिषद योजनाओं के संबंध में सभी योजनाओं मे धनराशि का निर्णय लिया गया है।
अध्यक्ष श्रम कल्याण परिषद के द्वारा बताया गया कि प्रदेश के विभिन्न मण्डली में श्रम कल्याण परिषद द्वारा संचालित योजनाओं के नाम महापुरूषों पर लिखे। भराला ने बताया कि राष्ट्र ऋषि दंतोपंत ठेंगड़ी जी की 101 वीं जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहेंगे।
10 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रवण कुमार श्रमिक धार्मिक यात्रा योजना को हरी झंडी दिखाएंगे
दुकानों में श्रमिकों के लिए यह निर्णय लिया गया कि जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाए जिससे आने वाले समय में योजनाओं का संचालन परिषद को 12 ए और 8 जी के पंजीकृत कराने पर विचार विमर्श किया।