ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। राजस्व विभाग अपनी जमीन की रक्षा करने में अक्षम है।इस हकीकत का खुलासा सोमवार को तहसील में आयोजित समाधान दिवस के दौरान उच्च अधिकारियों के सामने हुआ है।समाधान दिवस में इस आशय का एक शिकायती पत्र प्रस्तुत हुआ तो किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था।
मामला ऊंचाहार के कंदरावा गांव का है।सोमवार को तहसील में आयोजित समाधान दिवस की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार कर रहे थे।मौके पर एडीएम अमित कुमार,जिला विकास अधिकारी एस.एन.चौरसिया,ए.एसपी. विश्वजीत श्रीवास्तव एसडीएम धीरज कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद थे।इन आलाधिकारियों के समक्ष कंदरावा गांव के पंकज कुमार पेश हुए।उन्होंने गांव की भूमि संख्या 1539 से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करके हुए बड़े भूमि घोटाले का सनसनीखेज खुलासा किया तो हर कोई चकित था।राजस्व अभिलेखों में उपरोक्त बेस कीमती भूमि ऊसर दर्ज है जबकि इसी भूमि का बकायदा बैनामा हो गया है।इस जमीन पर प्लाटिंग करके उसके एक-एक हिस्से को न सिर्फ बेंच दिया गया है,अपितु उस पर पक्का निर्माण भी हो रहा है। सरकारी भूमि की खुलेआम विक्री पर किसी के पास कोई जवाब नहीं था।फिलहाल मामले में जांच व कार्रवाई की जिम्मेदारी तहसीलदार को दी गई है।सोमवार के समाधान दिवस में कुल 62 शिकायतें आई थी।जिसमे मात्र नौ शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया गया है।