हाथरस। मानव कल्याण सामाजिक संस्था द्वारा पर्ल फार्मिंग मोती की खेती शिविर का आयोजन ग्राम चिंतापुर स्थित कशिशा डेयरी फार्म हाउस पर आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन मानव कल्याण संस्था के जिलाध्यक्ष विपिन वार्ष्णेय एवं प्रदेश निर्देशक निर्देशचंद वार्ष्णेय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया तथा अध्यक्षता मानव कल्याण संस्था के संस्थापक राजीव वार्ष्णेय ने की। ट्रेनिंग आगरा की फार्मर रंजना यादव एवं लखनऊ के मयंक शर्मा द्वारा मोती की खेती की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग में प्रैक्टिकल एवं थ्योरी द्वारा सभी लोगों को पर्ल फार्मिंग किस प्रकार की जाती है सिखाया गया। सुबह में काफी दूर-दूर के लोगों ने आकर ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग लेने वालों में एक तो महिला किसान उरई से आई थीं। सभी लोगों को संस्था द्वारा ट्रेनिंग प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। इसी के साथ चिंतापुर स्थित राज फिश फार्मिंग एवं पर्ल कल्चर पर मोती की खेती प्रारंभ कर दी गई है। जिन लोगों ने ट्रेनिंग ली है उन्हें किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी आती है तो वह संस्था के पास आकर अपनी समस्या का हल कर सकते हैं।मानव कल्याण संस्था के नगर महामंत्री कृष्ण गोपाल केजी, सासनी के अध्यक्ष नरेश वार्ष्णेय एवं विपुल लोहारिया एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरीश शर्मा, राजेंद्र वार्ष्णेय, शुभम एलानी का सराहनीय योगदान रहा। ट्रेनर रंजना यादव ने कहा कि जिन लोगों ने पर्ल फार्मिंग मोती की खेती की ट्रेनिंग ली है वह किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो वह मानव कल्याण के संस्थापक राजीव वार्ष्णेय से संपर्क कर सकते हैं। उनके द्वारा सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि मोती की खेती से व्यापारी एवं किसान भाई एक अतिरिक्त आय कर सकते हैं। जिसके लिए बहुत अधिक भूमि की आवश्यकता नहीं पड़ती। यदि टेक्निकल तरीके से मोती की खेती की जाए तो वह बहुत ही आर्थिक लाभ देती है। मैं मानव कल्याण सामाजिक संस्था के सभी सदस्य व पदाधिकारियों का आभार प्रकट करती हूं, जिन्होंने मोती की खेती की ट्रेनिंग के लिए बहुत ही सुंदर व्यवस्था की। आयोजकों द्वारा ट्रेनर रंजना यादव, मयंक शर्मा एवं एक्यूप्रेशर से डॉ. जितेन्द्र सिंह का दुपट्टा, माला उढाकर स्वागत किया।