Saturday, May 4, 2024
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विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से की गई ठगी

क्राइम ब्रांच की टीम ने एक नाइजीरियन युवक सहित चार को कानपुर के झकरकटी बस अड्डे से दबोचा
कानपुर, अवनीश सिंह। जाजमऊ थाना क्षेत्र में रहने वाले दीप मण्डल बीटेक इंजीनियर है जो कि चेन्नई स्थित एक कंपनी में बतौर प्रोडक्शन इंजीनियर के पद में कार्यरत थे। गत वर्ष जून में एक अमेरिकी कंपनी के नाम से जॉब ऑफर ईमेल में आया था। दीप ने उसे नौकरी का ऑफर लेटर समझ कर आगे की प्रक्रिया बढ़ा दी। उसके कुछ दिन बाद अमेरिकी कंपनी के नाम से लूलू एल जॉनसन नामक व्यक्ति से फोन पर बात हुई। वीजा के नाम पर उस व्यक्ति ने दीप से 12800 रुपए की मांग की जिसे दीप ने गौरव उप्रेती नाम के व्यक्ति के आईसीआईसीआई बैंक के खाते में भेज दिए। बाद में कंपनी के नाम पर अन्य व्यक्तियों ने कभी कंपनी के एचआर अधिकारी कभी एंबेसी अधिकारी बनकर बात की और पैसे की मांग की। जिसे दीप ने नौकरी की प्रक्रिया समझकर करीब 5 लाख रुपए 6 खातों व गूगल पे द्वारा ट्रांसफर कर दिए। लगातार विभिन्न व्यक्तियों के कॉल आने पर लेकिन नौकरी न मिलने पर उसे ठगी का अहसास हुआ। जिसकी शिकायत दीप ने क्षेत्रीय थाने में दर्ज कराई जिसकी जांच एसीपी कैंट द्वारा की जा रही थी जिसे बाद में जाजमऊ थाने द्वारा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी। सभी पर निगाह रखी जा रही थी। जांच में पता चला कि जिन खातों में रुपए ट्रांसफर किए गए थे उन खातों से नाइजीरियन युवक के एकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए। इसी बीच नाइजीरियन युवक अपने साथियों के साथ किसी नए शिकार की तलाश में कानपुर पहुंचे जिन्हें क्राइम ब्रांच की टीम ने कानपुर के झकरकटी बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवकों में नाइजीरियन युवक मोसेस पुत्र उजेववेचो निवासी चंदेर नगर दिल्ली, अश्वनी कुमार पुत्र वीरपाल, अमन कुमार पुत्र वीरपाल न्यू फ्रेंडस कालोनी चौधरी टेंट हाउस के पास कोतवाली इटावा, शान खान पुत्र सलीम खान न्यू अज्जी कालोनी थाना आदर्श नगर, बल्लभ गढ़ हरियाणा निवासी है। उक्त तीन युवकों के खातों से नाइजीरियन युवक के खाते से रुपए ट्रांसफर किए गए थे। डीसीपी साउथ ने पत्रकारों से हुई बातचीत में बताया कि गिरफ्तार युवकों ने अपने खातों को 5 हजार रूपए में अपने खाते नाइजीरियन गैंग को बेंच दिया करते थे। जांच में पता चला कि नाइजीरियन गैंग बड़े पैमाने पर देश में इस तरह के रैकेट को संचालित कर रहा है। इनके पास सैकड़ों की संख्या में भारतीय लोगों के खाते है अभी तक की जांच में पता चला कि करीब 10 करोड़ का लेन देन इन खातों द्वारा किया गया। अभी भी जांच जारी है इनके बाकी साथियों की तलाश में टीम लगा दी गई है। डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल ने साइबर टीम को 10 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की।