Monday, May 6, 2024
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फतेहपुर: किशनपुर के ऐतिहासिक मेले की तैयारियां शुरू

फतेहपुर, जन सामना ब्यूरो। प्रातः स्मरणीय श्री श्री 1008 श्री स्वामी परमहंस श्री फाल्गुन गिरि महाराज द्वारा आयोजित किशनपुर के ऐतिहासिक श्री रामलीला का 239वां वार्षिकोत्सव की व्यापक तैयारियां शुरू की गई हैं। वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा जिसको लेकर रामलीला कमेटी ने अपनी समस्त तैयारियां पूरी कर ली है अनुराधा नक्षत्र की अश्विन शुक्ल पंचमी के दिन मुकुट पूजन से शुरू होकर अनवरत कार्तिक कृष्ण पक्ष की सप्तमी तक मंचन होगा उसके बाद मेले का आयोजन दीपावली यमद्वितीय तिथि तक होता है। तक चलेगा। यह मेला एशिया के बड़े मेलों में शामिल है। श्री रामलीला का 239वां वार्षिकोत्सव किशनपुर में अध्यक्ष उत्तम सिंह उपाध्यक्ष धनंजय सिंह के नेतृत्व में व्यापक तैयारियां शुरू की गई हैं। जानकारी के अनुसार रामलीला मैदान की इंद्रधनुषी सजावट, यमुना तट की प्राकृतिक मनमोहिनी छवि एवं पारस्परिक मिलन, लॉग स्वांग एवं अन्य मनोरंजक कार्यक्रमों का दिग्दर्शन, 2 अक्टूबर को धनुष यज्ञ का विशेष आयोजन, 3 अक्टूबर को राम बनवास की लीला में खेल तमाशे का विशेष प्रदर्शन बाहरी कलाकारों द्वारा, 9 अक्टूबर को रामगढ़ी एवं हनुमानगढ़ी का वृहद विजय जुलूस, 11 अक्टूबर को विराट कवि सम्मेलन एवं घायल का अद्भुत अवलोकन तथा श्री फाल्गुन गिरि बाबा की कुटी की छवि को लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।श्री सिंह ने बताया कि यह मेला एवं राम लीला मैदान जनपद का सबसे प्राचीन मेला है। क्षेत्रीय लोग घरेलू उपयोग की वस्तुएं पूरे वर्ष के लिए खरीद लेते हैं जिसमें बर्तन, संदूक, लाठी, लकड़ी, लोहे की सभी वस्तुएं, पत्थर के सामान, चूड़ी, बिसात खाने के सामान की विशेष बिक्री होती है। मेले में दुकानें मेला आरंभ होते ही दीपावली तक लगती हैं अतः दुकानदार मेले में पहले से अपना स्थान सुरक्षित करा लेते हैं।खेल तमाशे और सर्कस वालों को मेले में हर संभव सुविधा दी जाती है। सभी दुकानदार एक दिन की दुकान लगाने के लिए राम लीला कमेटी से टोकन तथा स्थाई दुकान लगाने के लिए आई कार्ड प्राप्त करते हैं।
मेला की खास बात यह भी है कि राम लीला प्रबंधक को कार्यक्रम बदलने का पूर्ण अधिकार है। किसी भी विवाद की स्थिति में श्री रामलीला कमेटी द्वारा किया गया निर्णय ही सर्वमान्य होता है। श्री रामलीला मैदान में लाठी, डंडा, बंदूक लाने एवं जुआ संबंधी खेल, मदिरापान, शांति भंग करने तथा श्री राम जी के सिंहासन के आसपास बीड़ी, सिगरेट पीने एवं नर्तकियों को इनाम देने पर पूर्ण प्रतिबंध है। श्री रामलीला कमेटी को किशनपुर एवं क्षेत्रीय जनता का पूर्ण सहयोग प्राप्त रहता है। मेला तक आने के लिए पक्के मार्ग की भी व्यवस्था है। शासन द्वारा चहारदीवारी सहित मंच का निर्माण कराया गया है।
कब होगा कौन सा कार्यक्रम
30 सितंबर को मुकुट पूजा, विश्वामित्र याचना एवं ताड़का वध। एक अक्टूबर अहिल्या उ(ार जनक बाजार एवं फुलवारी लीला दो अक्टूबर धनुष भंग, लक्ष्मण परशुराम संवाद एवं जुलूस। तीन अक्टूबर श्री राम बनवास बाहरी कला कारों द्वारा खेल तमाशे का विशेष प्रदर्शन। चार अक्टूबर श्री राम गंगावतरण एवं चित्रकूट में भरत मिलाप। पांच अक्टूबर सीता जी को अनुसूया उपदेश, खरदूषण वध, दशहरा शोभायात्रा। 6 अक्टूबर को सीता हरण, जटायु उ(ार एवं शबरी लीला। 7 अक्टूबर श्री राम सुग्रीव मिताई, एवं बालि वध एवं लंका दहन। 8 अक्टूबर सेतु बंधन अंगद रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति एवं वृहद जुलूस। 9 अक्टूबर रावण वध एवं रामगढ़ी तथा हनुमानगढ़ी का वृहद जुलूस। 10 अक्टूबर रावण मरणोपरांत विभीषण राज्याभिषेक एवं वैद्य सम्मेलन। 11 अक्टूबर भरत मिलाप, घायल एवं विराट कवि सम्मेलन। 12 अक्टूबर दंगल एवं नाटक हनुमानगढ़ी कमेटी द्वारा। 13 अक्टूबर दंगल एवं रंगारंग कार्यक्रम रामलीला कमेटी द्वारा। 14 अक्टूबर श्रीराम राज्याभिषेक एवं नाटक रामगढ़ी कमेटी द्वारा। 15 नाटक हनुमानगढ़ी कमेटी द्वारा। एवं 16 अक्टूबर को डांटा ग्राम गढ़ी कमेटी द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
कौन कवि करेंगे काव्य पाठ
रामलीला कमेटी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 11 अक्टूबर को आयोजित होने वाले विराट कवि सम्मेलन का संचालन हास्य सम्राट अशोक बेशर्म करेंगे। अन्य कवियों में मखदूमपुर फूलपुरी, मधुप श्रीवास्तव नर कंकाल हास्य, लखीमपुर की कवियत्री रंजना सिंह हया, वीर रस के कवि संतोष दीक्षित, कवियत्री प्रियंका शुक्ला कानपुर। कार्यक्रम के संयोजक कवि एवं शायर शिवशरण बंधु हथगामी हैं।