Sunday, May 18, 2025
Breaking News

निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्यक्रम घोषित

कानपुर नगर। बसन्त अग्रवाल, अपर जिला मजिस्ट्रेट (ना0आ0)/उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अर्हता तिथि 01 जनवरी, 2022 के आधार पर निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्यक्रम घोषित किया गया है। जिसके अनुसार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2022 में दावे एवं आपत्तियां दिनांक 01 नवम्बर, 2021 से 30 नवम्बर, 2021 तक प्रस्तुत की जा सकती है।

Read More »

सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन बाल भवन के सभागार में, 51 शिकायतें प्राप्त -SDM

कानपुर नगर। उप जिलाधिकारी सदर, दीपक कुमार पाल की अध्यक्षता में आज तहसील सदर के अन्तर्गत सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन बाल भवन के सभागार में किया गया। उप जिलाधिकारी ने बताया कि आज के आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 51 शिकायतें प्राप्त हुयी, जिनका समयबद्ध व गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध करा दिया गया है। सम्पूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग की 13, नगर निगम 08, डूडा 08, के0डी0ए0 05, पुलिस 04, केस्को 03, समाजकल्याण 03 तथा अन्य विभागों सहित कुल 51 शिकायते प्राप्ते हुई।

Read More »

सोशल मीडिया के दौर में भी पत्रों की अहमियत बरकरार -पोस्टमास्टर जनरल

डाकघरों में लोगों की सुविधा हेतु तमाम कस्टमर फ्रेंडली सेवाएं – पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
राष्ट्रीय डाक सप्ताह में मेल दिवस पर उत्कृष्ट ग्राहकों का हुआ सम्मान, पोस्टमास्टर जनरल केके यादव ने किया सम्मानित
वाराणसी। डाक विभाग नवीन सेवाओं और नई टेक्नोलॉजी के साथ अपनी सेवाओं के क्षितिज का निरंतर विस्तार करते हुए नित्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। मोबाइल, ईमेल और सोशल मीडिया के इस दौर में भी पत्रों की अपनी अहमियत है। आज भी तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज – सरकारी व कोर्ट संबंधी पत्रों के साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों की चेक बुक व एटीएम कार्ड डाकघरों से ही भेजे जाते हैं। ‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के अंतर्गत ‘मेल दिवस’ पर आयोजित ‘ग्राहक सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने उक्त उद्गार व्यक्त किये। इस दौरान डाक विभाग को स्पीड पोस्ट सेवा में सर्वाधिक बिजनेस देने हेतु भारतीय जीवन बीमा निगम, मंडलीय कार्यालय, भेलूपुर, फर्स्ट फॉरेन सर्विस और क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय, पहड़िया को पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित भी किया।

Read More »

लखनऊ जीपीओ में मेल दिवस धूमधाम से मनाया गया

लखनऊ। डाक सप्ताह के अंतर्गत आज शनिवार  को लखनऊ जी.पी.ओ में मेल दिवस का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत लखनऊ जी.पी.ओ से बुक किए गए रजिस्ट्री एवं स्पीड पोस्ट डाक के प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता का नाम, पता के साथ साथ मोबाइल नंबर लिखने का निर्देश दिया गया जिससे प्रेषक को डाक के पारगमन की सही स्थिति प्राप्त हो सके। इसके साथ-साथ प्रत्येक पोस्टमैन को प्रस्तावित वर्दी में डाक वितरण करने का निर्देश दिया गया, जिससे पोस्टमैन की अलग पहचान समाज में स्थापित हो सके, साथ ही साथ पोस्टमैन के द्वारा वितरण के समय डाक का वितरण पी.एम.ए मैडूयल से ही करने पर ज़ोर दिया गया, जिससे डाक की सही स्थिति तुरंत प्रेषक को प्राप्त हो सके।

Read More »

10 वर्ष तक की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिये सुकन्या समृद्धि खाता खुलवायें

लखनऊ। 1- सुकन्या समृद्धि योजना हेतु समृद्ध सुकन्या दृ समृद्ध समाज महाअभियान की शुरुआत दिनांक 09-10-2021 से।, 2- सुकन्या के घर जाएगा डाकघर, अभियान की मुख्य विशेषता।, 3- सिर्फ एक कॉल, व्हाट्स ऐप या मैसेज मिलने पर डाक विभाग घर जाकर खोलेगा 10 वर्ष तक की सुकन्या का खाता।, 4- अभियान लखनऊ जी पी ओ में 9-10-2021 29-10-2021 तक जारी रहेगा।, 5- लखनऊ जी,पी,ओ, के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी।

Read More »

जीएसटी, आयात शुल्क में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को मिला या नहीं इसकी सुनिश्चितता ज़रूरी

केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कर शुल्कों में दी गई राहत का आम उपभोक्ताओं को लाभ सुनिश्चित करने की तकनीकी विकसित करना ज़रूरी – एड किशन भावनानी
मानव जीवन यापन में ज़रूरी करीब-करीब हर वस्तु एवं सेवा पर अनेक प्रकार के करों शुल्कों का बोझ होता है जो जीएसटी, आयात शुल्क, सेस लोकल टैक्स इत्यादि के रूप में होता है। किस वस्तु पर कितना आयात उत्पाद शुल्क, जीएसटी, सेस है इसकी जानकारी अधिकतम आम उपभोक्ताओं को नहीं होती। एक साधारण सी बात है, हम मार्केट में दुकानदारों से वस्तुएं खरीदते हैं, कुछ लोग मोलभाव करके, कुछ लोग मुंहमांगी कीमत पर खरीद लेते हैं। परंतु हमें पता नहीं होता इसकी कीमत में कितना सरकारी शुल्क और उत्पादक, होलसेलर और चिल्लर विक्रेता का कितना मुनाफ़ा शामिल है? हमें कुछ पता नहीं होता।

Read More »

दर्शन सिंह की प्रथम पुण्यतिथि का आयोजन 17 अक्टूबर को

इटावा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बाल सखा सैफई के प्रधान स्वर्गीय दर्शन सिंह यादव की प्रथम पुण्यतिथि का आयोजन 17 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे सैफई में होगा यह जानकारी उनके पौत्र अंकित यादव ने दी।
दर्शन सिंह का जन्म इटावा जिले के सैफई गांव में 1940 को हुआ था। दर्शन सिंह और सपा सरंक्षक मुलायम सिंह बचपन के दोस्त हैं। मुलायम सिंह ने जब राजनीति में कदम रखा तो उनके कंधे से कंधा मिलाकर दर्शन सिंह चले। लोहिया आंदोलन के दौरान 15 साल की उम्र में मुलायम सिंह सियासत में कूद पड़े। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया और फर्रूखाबाद जेल में बंद कर दिया।

Read More »

दिव्यांग का लॉकडाउन

कोरोना त्रासदी ने तो जीवन के माईने ही बदल दिए। लॉकडाउन ने जीवन की परिभाषा को नवीन रूप में परिवर्तित कर दिया। स्वतन्त्रता और स्वच्छंदता क्या होती है शायद इसकी कटु अनुभूति का सामना हुआ, पर क्या कभी हमनें सोचा है की जो दिव्यांगजन खुलकर जीवन नहीं जी पाते उनके मन में कैसी टीस होती होगी। उनका लॉकडाउन कैसे होता होगा। उनके मन की क्या व्यथा और मनोदशा होती होगी। कई बार हम लोग उदास होने पर घूम फिरकर माहौल में परिवर्तन कर किसी पर्यटक स्थल, तीर्थ स्थल या किसी बगीचे में जाकर अपने जीवन को एक नई ऊर्जा देते है और अच्छा महसूस करने लगते है, पर शायद दिव्यांगजन यह सब कुछ सहजता से नहीं कर पाते।

Read More »

कानून को अपना काम करने दीजिए

आर्यन खान के सपोर्ट में अब फ़िल्म मेकर हंसल मेहता ने अजीब ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि गांजा और भांग कई देशों में लीगल है। हंसल मेहता का कहना है कि 377 की तरह इस कानून को बदलने के लिए आंदोलन होना चाहिए, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। अब तो हद ही हो गई सुपर स्टार का बेटा न होकर कोई राजा का बेटा हो गया जिनके लिए कानून को जड़ से बदलने की शिफ़ारिस होने लगी है।

Read More »

“आराध्य अंतर के भीतर है”

पूरी तरह हम खुद को कहाँ पहचान पाते है, हम क्या है? दिल में कुछ और जुबाँ पर कुछ और। तन के आईने को चेहरे के नकली भावों से चमकाए रहते है। झूठ, छल, फरेब की रोशनी से भीतर के भग्नावशेष को नज़रअंदाज़ करके कितनी आसानी से छलते है हम अंदर बैठे ईश को।जब खुद ही दोहरे चरित्र में जीते है ईश को क्या पहचान पाएँगे, कहाँ लायक है हम। ईश्वर की बात करने के लिए खुद खाली होना पड़ता है, याचना और मांग को परे रखकर करुणा भाव जगा कर, साँसों से शंख फूँक कर अनुराग को बाहर उडेल कर विरक्त होना आसान नहीं। सांसारिक मोह माया के तानों बानों में लिपटा इंसान लोभ लालच में मोहाँध सा ईश्वर को भी छल लेता है। हम इंसानों के गढ़े शास्त्रों को दोहराते रहते है बासी पुराने, उसमें जो लिखा उसे पत्थर की लकीर मानकर। भीतर की भागीरथी में तरोताज़ा सतत प्रवाहित उर्जा को नज़रअंदाज़ करके। कण-कण में वो है फिर भी शिद्दत से हम बाहरी इंट पत्थर के मंदिरों में वक्त और ऊर्जा बर्बाद करते तलाशते है। बिना डरे चोरी छिपे हर गलतियाँ दोहराते रहते है ये सोचकर की वो कहाँ देखता है हमें। हम इसीलिए स्वीकारने से डरते है की ईश हमारे भीतर है।

Read More »