मौदहा/हमीरपुर, जन सामना । तहसील के एक वरिष्ठ अधिवक्ता से अभद्रता करने व काम के लिए पैसा मांगने के मामले से लगातार अधिवक्ताओं में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए उप जिला अधिकारी ने आरोपी लेखपाल अवध नरेश को निलंबित कर दिया है। यह जानकारी उप जिलाधिकारी ने आज अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल से कही। उनसे मिलने गए अधिवक्ताओं में हयात अहमद खाँ, बाबूराम मिश्रा, बृजकिशोर त्रिपाठी तथा अशोक त्रिपाठी आदि थे। गौरतलब है कि तहसील में कार्यरत वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक त्रिपाठी किसी वरासत के काम से लेखपाल अवध नरेश के पास रिपोर्ट के लिए गए हुए थे। उनका आरोप है कि उक्त लेखपाल ने उनसे काम के लिए पैसे मांगे जिसकी शिकायत करने अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल तहसीलदार रामानुज तहसीलदार रामानुज तहसीलदार रामानुज शुक्ला के यहाँ गए। यहां मौजूद लेखपाल ने सभी वकीलों को दलाल जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित किया। जिससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने वहां लेखपाल के निलंबन पर कार्रवाई के लिए जमकर नारेबाजी की। कल हुई अधिवक्ताओं की बैठक में उप जिलाधिकारी से वार्ता कर संबंधित लेखपाल को निलमबन न करनेनहीं पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी लेकिन आज उपजिलाधिकारी अजीत परेश ने कहा कि लेखपाल के जांच उपरांत स्पष्ट हो गया है कि उसने अधिवक्ताओं से बदसलूकी की है। जिससे उसे निलंबित कर दिया गया है। इसी के बाद अधिवक्ता संघ ने होने वाली कार्यवाही स्थिगित कर दी।
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