हमें गर्व है हम भारतीय हैं – भारतीय सोच, सहिष्णुता, संकल्प जांबाज़ी, ज़ज्बे का विश्व में डंका!!!
आज का भारत 2047 के नेतृत्व के लिए मौजूदा युवा पीढ़ी को रणनीतिक रोडमैप से बागडोर और कर्तव्यपरायणता के बीजारोपण में जुटा – एड किशन भावनानी
भारतीय सोच, संस्कृति, बौद्धिक क्षमता, दूरदृष्टि फ़र्ज अदायगी, कर्तव्यपरायणता में वैश्विक स्तर पर बहुत आगे है। और हो भी क्यों ना? क्योंकि भारतीय मिट्टी में जन्मे हमारे हर भारतीय नागरिक और प्रवासी भारतीय के रग-रग में भारत माता के गुणों का संचार हो रहा है!! याने हमारा भारतवर्ष एक ऐसे सुगंध का समूह है जो अपनी व्याख्या करें, या ना करें लेकिन हवाएं उस सुगंध की ख़ुशबू को सात समंदर पार तक भी पहुंचा देती है!!! यही स्थिति भारतीय कलाओं, सोच, सहिष्णुता,संकल्प जांबाज़ी और ज़ज्बे की भी है!!!
Jan Saamna Office
मकान बंटवारे के विवाद में सगे भाई ने दंपति के साथ की मारपीट
ऊँचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। कोतवाली क्षेत्र के गोपालपुर उधवन गांव में मकान बंटवारे के विवाद में सगे भाई ने दम्पति को मारपीट कर घायल कर दिया।घायलों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
गाँव निवासी सोनू कुमार 27 वर्ष का शुक्रवार की सुबह उसके भाई से मकान बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है उसने सोनू को पीटना शुरू कर दिया और बीच बचाव करने आई उसकी पत्नी ममता 25 वर्ष को भी मारपीट कर घायल कर दिया। परिजनों की मदद से घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
शराब के नशे में बेटे ने बुजुर्ग माता-पिता के साथ की मारपीट
ऊँचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। कोतवाली क्षेत्र के पूरे भटनियाँ कंदरांवा गाँव में शराब के नशे में बेटे ने बुजुर्ग माता व पिता को मारपीट कर घायल कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उनका इलाज कराया है।
गाँव निवासी रामबख्श का आरोप है कि गुरुवार की शाम उसका पुत्र शराब के नशे में आया और डंडे से उसे व उनकी पत्नी राजवती को मारपीट कर घायल कर दिया और आये दिन वो शराब के नशे में मारपीट किया करता है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर घायलों का इलाज कराया है।
अनगिनत सेवाओं के उल्लेख के साथ अभिलाष ने ठोंकी दावेदारी
ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। अपनी विनम्र शैली और सेवाभाव के कारण क्षेत्र में लोकप्रिय भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रांतीय मंत्री अभिलाष कौशल ने ऊंचाहार विधान सभा से पार्टी के टिकट के लिए आवेदन किया है। जिसमें उन्होंने क्षेत्र को दी गई अपनी अनगिनत सेवाओं का उल्लेख किया है। हाल ही में संपन्न हुए ब्लाक प्रमुख के चुनाव में बड़े बड़े धुरंधरों को अपनी ताकत का एहसास कराने वाले भाजपा के इस युवा नेता ने पार्टी से टिकट की दावेदारी ठोक कर एक बार फिर विभिन्न दलों के दिग्गजों में बेचैनी पैदा कर दी है।
Read More »पुलिस ने 06 अभियुक्तों को जुआ खेलते हुए किया गिरफ्तार
Kanpur Nagar: संगठित अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के क्रम में थाना रेलबाजार पुलिस ने छह जुआरियों को दबोच लिया। फेथफुलगंज जमादार वस्ती आजाद पार्क में की गई कारवाई में पुलिस ने 06 अभियुक्तों को जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया जिनके पास से ताश के पत्ते व कुल 3290 रुपये बरामद किये गये। अभियुक्तों की पहचान 40 फेथफुलगंज थाना रेलबाजार निवासी रितिक, गोलू ,राम आसरे ,अरुण, प्रेमचन्दर, अभिषेक के रूप में हुई। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उ0नि0 भीम सिंह ,उ0नि0 सुनील कुमार, हे0का0 कफील अहमद, बुद्ध सिंह, का0 अभयराज ,का0 मुनेश चन्द्र शामिल रहे।
Read More »स्कूटी में रखकर स्मैक बेच रहे युवक को पुलिस ने दबोचा
Kanpur Nagar: संगठित अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के क्रम में थाना कर्नलगंज पुलिस ने स्कूटी में रखकर स्मैक बेच रहे युवक को दबोच लिया। युवक की पहचान गुलफाम उर्फ पोसू नि0 नजीरबाग थाना बेकनगंज के रूप में हुई।
अभि0 के पास से स्मैक की 60 पुडिया जिसकी मात्रा 09 ग्रा0 बरामद हुई एवं स्कूटी बरामद हुई।गिरफ्तारी करने वाली टीम में उ0नि0 दिलीप सिंह, हे0का0 प्रदीप सिंह,का0 बलवेन्द्र पाल, का0 धीरेन्द्र प्रताप सिंह शामिल रहे।
मुख्य सचिव ने माघ मेला की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
बिना मास्क कोई भी मेला क्षेत्र में प्रवेश न करने पाये, निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार पूरे हों समस्त कार्य
लखनऊ : मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रयागराज माघ मेला की व्यवस्थाओं एवं तैयारियों की गहन समीक्षा की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि माघ मेला के सभी कार्य निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार पूरे किये जायें तथा इसमें किसी भी प्रकार का विलंब न हो। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में स्वच्छता एवं कोविड से संबंधित जागरूकता के कार्यक्रम किये जायें।
बनें जागरूक उपभोक्ता – योगेश कुमार गोयल
अनिल ने अपना बिजली का बिल सही समय पर जमा करा दिया लेकिन फिर भी विभाग ने उसका बिजली कनैक्शन काट दिया। रोमा ने रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आवेदन भेजने की अंतिम तिथि से 4 दिन पहले ही स्पीड पोस्ट द्वारा आवेदन भेज दिया था लेकिन आवेदन सही समय पर नहीं पहुंचने के कारण वह परीक्षा में नहीं बैठ सकी और डाक विभाग इसके लिए अपनी गलती मानने को तैयार नहीं। सीमा का लैंडलाइन फोन कई महीनों से खराब पड़ा है पर विभाग फोन ठीक कराने के बजाय बिल लगातार भेज रहा है और बिलों के भुगतान के लिए बाध्य करता है।
Read More »भारत की पहचान कभी विश्व गुरु के रूप में थी
भारत का नवाचार, शिक्षण, नवोन्मेष, बौद्धिक नेतृत्व फिर एक बार विश्व गुरु बनने का मार्ग प्रशस्त करेगा
135 करोड़ जनसंख्या पारिस्थितिकी की अप्रयुक्त क्षमता का इस्तेमाल, कौशलता विकास और अच्छी शिक्षा को सुदूर क्षेत्रों तक ले जाकर कर सकते हैं – एड किशन भावनानी
भारत हजारों वर्षों से पारंपरिक, शिक्षण, संस्कृति, परंपराओं, प्रथाओं, वेदों कतेबों, साहित्यिक खजाने का अभूतपूर्व भंडार रहा है। जिसके बल पर भारत माता को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था, परंतु अंग्रेजों की बुरी नज़र लगी और भारत जैसे सोने की चिड़िया के अणखुट खजाने और प्राकृतिक सौंदर्यता से छेड़छाड़ कर अंग्रेजों ने न सिर्फ भारतीय क्षमता, सौंदर्यता और खजाने को अभूतपूर्व नुकसान पहुंचाया बल्कि इसके दो टुकड़े भी कर दिए।
समय से संवाद करता ‘सत्यवान सौरभ’ का दोहा संग्रह ‘तितली है खामोश’
अमेजन, फ्लिपकार्ट और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध यह दोहा संग्रह कुछ आप बीती और कुछ जगबीती से परिपूर्ण है। यह वर्तमान समय से संवाद करता हुआ काव्य कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। मुझे विश्वास है यह दोहा संग्रह पाठकों को प्रभावित करेगा। सत्यवान ‘सौरभ’ के दोहा संग्रह “तितली है खामोश” के दोहे आज के सामाजिक परिवेश आवश्यकताओं तथा लोक की भावनाओं का जीवंत चित्रण है। युवा दोहाकार ने अपने दोहों में जीवन के हर पहलू को छुआ है। सहज और सरल भाषा के साथ इस कृति के दोहों का धरातल बहुत विस्तृत है।
‘दोहा’ हिंदी का एक पुराना और प्रतिष्ठित अर्द्धसम मात्रिक छंद है। भक्तिकाल में रामबाण और रीतिकाल में कामबाण बनकर चलने वाला यह लघु छंद वर्तमान काल में अग्निबाण बनकर लक्ष्य-बेधन कर रहा है। दोहा भले ही ‘देखन में छोटा’ लगे, किंतु ‘नावक के तीर’ की भांति इसका घाव बड़ा गहन और गंभीर होता है। अपने इसी पैनेपन और मारक क्षमता के कारण, प्राचीन छंद होते हुए भी, दोहे ने कवियों और श्रोताओं/पाठकों पर सदैव अपना सम्मोहन बनाये रखा है।