इटावा, राहुल तिवारी। इटावा जनपद में कोरोनावायरस को लेकर 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया गया है इसी दौरान गरीब जनता खाने पीने के लिए परेशान नहीं हो प्रशासन इस बात पर भी ध्यान देता नजर आ रहा है इसी दौरान प्रशासन के द्वारा गरीबों के लिए इटावा क्लब में कम्यूनिटी किचन के द्वारा खाना तैयार करवाए जा रहा है वहीं अधिशासी अधिकारी ने बताया कि इस समय गरीबों के लिए प्रशासन के द्वारा खाना बनवाए जा रहा है और हम यह खाना उन तक पहुंचा रहे हैं जिनके पास खाने की कोई भी व्यवस्था नहीं है रोजाना हजारों लोगों के पास प्रशासन के द्वारा खाना पहुंचाए जा रहा है और आगे भी इसी तरह से लगातार हम सभी लोग खाना पहुंचाते रहेंगे।
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जिला प्रशासन ने दुकानों को किया सीज
इटावा, राहुल तिवारी। शहर में कोरोना वायरस को लेकर 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया गया है लेकिन जनता लॉक डाउन का पालन करते हुए नहीं दिखाई दे रही। यही नजारा इटावा जनपद का भी है जहां पर जनता लॉक डाउन का उल्लंघन करती हुई दिखाई दे रही है और उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन कठोर कार्रवाई कर रहा है।
इटावा जनपद में लॉक डाउन लागू हुए आज 13 दिन हो चुके है इसी दौरान पुलिस उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है जो लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे हैं इसी दौरान सदर एसडीएम सिटी मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी नगर वैभव पांडेय क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे इस दौरान लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए कुछ लोग पाए गए जिसके बाद दुकानों को सीज किया गया। वहीं सड़कों से गुजरने वाले वाहनों को रोका गया इस दौरान क्षेत्राधिकारी ने वाहनों की हवा भी निकाली। वहीं सदर एसडीएम सिद्धार्थ ने जनपद वासियों से अपील की है कि आप सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें वही लॉक डाउन के दौरान आप सभी लोग अपनी दुकानों को पूरी तरह से बंद रखें और अगर आप दुकानों को बंद नहीं रखते हैं तो आप के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
टिमटिमाते दीयों से जगमगा उठा बिल्हौर
बिल्हौर/कानपुर, जन सामना संवाददाता। कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरा बिल्हौर जिस दियों की रोशनी से जगमगा उठा। यह नजारा अद्भुत और अलौकिक था।
रविवार की रात एक अनोखी रात थी। ना दीपावली और ना रामनवमी जैसा कोई त्यौहार, मगर पूरा कस्बा दीपों से जगमगाया रहा था। ऐसा लग रहा था मानो असंख्य सितारे जमीन पर बिखर गए हो। हर मोहल्ले, गली, कोने, छत और बालकनी में दीपक टिमटिमा रहे थे। जिसके पास दीपक नहीं था, वह मोमबत्ती लेकर खड़ा था। हजारों लाखों मोबाइल भी अपनी रोशनी से अंधेरे को चुनौती दे रहे थे। टिमटिमाते दिए जानलेवा वायरस के खिलाफ जंग जीतने की उम्मीद को रोशन कर रहे थे। बिल्हौर से लगे गांव भी रोशनी से जगमगा रहे थे। गरीबों की झोपड़ी भी दियो की रोशनी से जगमग थीं। कोरोना के खिलाफ रोशनी का यह आलम हर ओर देखने को मिला। सरिगवां गांव के लोगों ने धार्मिक रीति-रिवाज से पूजन भी किया। किसी ने महामृत्युंजय मंत्र का जप किया तो किसी के हाथ दुआ के लिए उठे। कहीं शंख बजा तो कहीं घंटे-घड़ियाल भी गूंजे। यही नहीं बीच-बीच में आतिशबाजी सन्नाटा तोड़ती रही। महामारी की कालिमा के खिलाफ रोशनी की इस खामोश तकरीर ने लोगों को आनंदित कर दिया। मानो इस लड़ाई में सब एक दूजे के साथ खड़े हैं। कक्षा दो के छात्र ईशान बाजपेई अपनी छत पर काफी देर पहले से दीप सजा रहे थे। साठ वर्षीय पुजारी सोमनाथ बाजपेई मंदिर में बैठकर महामृत्युंजय का जप करते दिखाई दिए। उन्होंने कहा मोदी जी असल में लोगों के हृदय पर राज करते हैं। कोरोना के खिलाफ पूरा विश्व लड़ाई लड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं, इसलिए उनके आवाहन पर हम सबने दीपक जलाकर एकता का संदेश दिया है।
डीएम ने धर्मगुरुओं एवं संभ्रांत नागरिकों से लॉकडाउन का लिया फीडबैक
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनपद के विभिन्न धर्मगुरुओं एवं सम्भ्रान्त व्यक्तियों के साथ बैठक कर कोरोना के सम्बंध में लागू किए गए लॉकडाउन को सफल बनाने मे प्रशासन को और अधिक सहयोग सुनिश्चित करने के सम्बंध में वार्ता की।
वार्ता के दौरान सभी धर्माचार्यो एवं संभ्रांत व्यक्तियों ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए सजग रहने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस द्वारा किये गए प्रयासों की भी सराहना करते हुये हर सम्भव सहयोग देने के लिये आश्वस्त किया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों को अधिक खतरा है क्योंकि उनकी इम्युनिटी कम होती है,इसलिये वह अधिक सावधान रहे और घर में ही रुके। जिलाधिकारी ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का फीडबैक भी लिया। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा एएसपी अनूप कुमार आदि संभ्रांत नागरिक व धर्मगुरु उपस्थित रहे।
स्टार प्लस पर चल रहे धारावाहिक ‘महाराज की जय हो’ को बन्द करने की मांग
जन संघ सेवक मंच के संस्थापक शशांक सिंह राठौड़ ने मांग की है कि हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ व गौरवशाली इतिहास के साक्षी महाभारत के सभी पात्रों के साथ स्टार प्लस पर चल रहा धारावाहिक “महाराज की जय हो” में परिहास कर इतिहास को धूमिल किया जा रहा है। वह हिंदू धर्म को हाशिए पर खड़ा कर रहा है, यह हिंदू धर्म का अपमान है इसे स्टार प्लस को फौरन बंद करना होगा वरना जन संघ सेवक मंच कोर्ट में उन पर मुकदमा करेगा। हिंदू धर्म के आस्था का मजाक किसी के भी द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योँकि कर्फ्यू के दौरान पूरा देश घर पर है ऐसे में इस हंसी मजाक में इसका गलत असर बच्चों के मस्तिष्क पर जाएगा। वह इस तरह अपने धर्म का मजाक उड़ता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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किसने सोचा था ऐसा दौर भी आएगा
“मानव ही मानव का दुश्मन बन जाएगा
किसने सोचा था ऐसा दौर भी आएगा।
जो धर्म मनुष्य को मानवता की राह दिखाता था
उसकी आड़ में ही मनुष्य को हैवान बनाया जाएगा।
इंसानियत को शर्मशार करने खुद इन्सान ही आगे आएगा
किसने सोचा था कि वक्त इतना बदल जाएगा”
शक्ति कोई भी हो दिशाहीन हो जाए तो विनाशकारी ही होती है लेकिन यदि उसे सही दिशा दी जाए तो सृजनकारी सिद्ध होती है। शायद इसीलिए प्रधानमंत्री ने 5 अप्रैलको सभी देशवासियों से एकसाथ दीपक जलाने का आह्वन किया जिसे पूरे देशवासियों का भरपूर समर्थन भी मिला। जो लोग कोरोना से भारत की लड़ाई में प्रधानमंत्री के इस कदम का वैज्ञानिक उत्तर खोजने में लगे हैं वे निराश होसकते हैं क्योंकि विज्ञान के पास आज भी अनेक प्रश्नों के उत्तर नहीं हैं। हाँ लेकिन संभव है किदीपक की लौ से निकलने वाली ऊर्जा देश के 130 करोड़ लोगों की ऊर्जा को एक सकारात्मक शक्ति का वो आध्यात्मिक बल प्रदान करे जो इस वैश्विक आपदा से निकलने में भारत को संबल दे। क्योंकि संकट के इस समयभारत जैसे अपार जनसंख्या लेकिन सीमित संसाधनों वाले देश की अगर कोई सबसेबड़ी शक्ति, सबसे बड़ा हथियार है जो कोरोना जैसी महामारी से लड़ सकता है तो वो है हमारी “एकता”। और इसी एकता के दम पर हम जीत भी रहे थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेष दूत डॉ डेविड नाबरो ने भी अपने ताज़ा बयान में कहा कि भारत में लॉक डाउन को जल्दी लागू करना एक दूरदर्शी सोच थी,साथ ही यह सरकार का एकसाहसिक फैसला था। इस फैसले से भारत को कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने का मौका मिला।
सर्वधर्म सेवा समिति ने गरीब असहाय लोगों को खाना पहुंचाया
कानपुर, जन सामना संवाददाता। छावनी के फेथफुलगंज 38 से सतीश कुमार, अरविन्द कुमार धानुक ने सर्वधर्म सेवा समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र वाल्मीकि को जानकारी दी कि हमारे क्षेत्र में काफी गरीब असहाय लोग है जो भूखे है अध्यक्ष ने जानकारी कि तो पता चला की फेथफुलगंज 38 में कई ठेकेदारी सफाई कर्मचारी लोग है जो कोरोना वायरस की महामारी के कारण परेशानी में है। श्री वाल्मीकि ने गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले नीत कुमार नितिन को वहां के लोगों कि परेशानी के विषय में बताया उन्होंने तुरन्त उनके खाने की व्यवस्था करवाने को कहा और कुछ ही घंटों के पश्चात उन गरीब सफाई कर्मचारियों को खाना वितरण कराया गया। खाना पाकर गरीब असहाय लोगों ने नीत कुमार व जितेन्द्र वाल्मीकि को दिल से धन्यवाद किया। सतीश कुमार, अरविन्द कुमार धानुक को उन गरीब लोगों ने अपना-अपना आर्शीवाद दिया और कहा की आप लोगों के ही मध्यम से हम लोगों को खाना मिल पाया है अगर आप लोग जानकारी नहीं देते तो यहां खाना हम लोग तक कैसे पहुंच पाया।
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पीएम केयर में मदद के लिये 51 हजार की चेक
कानपुर, अर्पण कश्यप। कानपुर में कोरोना से जूझ रहे लोगों की मदद के प्रधानमंत्री के राहत कोष में बर्रा के पाल गैस एजेन्सी के आॅनर इन्द्र पाल ने राहत कोष में 51 हजार रूपये की घनराशि दी।
बातचीत में उन्होने बताया की जहॉ देश इतनी बड़ी विपदा से जूझ रहा है लाखों करोड़ों लोगों के खाने पीने की समस्या हो रही है। जिसके लिये देश में तमाम तरह के एनजीओ स्वयं सेवी संस्था व खुद सरकार अपने-अपने तरीके से लोगों की मदद कर रही है तो आमजन का भी देश और देश में रह रहे ऐसे लोगों के प्रति जिम्मेदारी है। जिसमे मैने भी अपनी जिम्मेदारी निभाई है और लोगों से भी अपील करता हूं कि देशहित के लिये लोग आगे आये और अपने अपने तरीके से मदद करें।