⇒हादसे वाली गली को बैरीकेडिंकर लगाकर किया गया है बंद
⇒बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए आए दर्शनार्थियों की हादसे में हुई दर्दनाक मौत
मथुराः श्याम बिहारी भार्गव। स्वतंत्रता दिवस की शाम श्रीधाम वृंदावन के बांके बिहारी क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हो गया। जिसमें जर्जर मकान गिरने से एक दर्जन से भी अधिक लोग घायल हो गए। जिसमें से पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुखद घटना का संज्ञान लेते हुए सभी मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की सहायता धनराशि एवं सभी घायलों का निःशुल्क इलाज की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त किया तथा मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। वृंदावन के बांके बिहारी क्षेत्र स्थित दुसायत मोहल्ले में राधा स्नेह बिहारी मंदिर के पास एक जर्जर मकान का ऊपरी हिस्सा भरभरा कर गिरा था। यह रास्ता बांकेबिहारी मंदिर से निकास मार्ग है। बुधवार को इस मार्ग को बैरिकेडिंग कर रास्ते पर श्रद्धालुओं का आवागमन रोक दिया गया। दो घायलों का सौ सैय्या अस्पताल, एक का रामकिशन मिशन में इलाज चल रहा है। एक घायल को आगरा रेफर किया गया है। जिसके कारण नीचे से गुजर रहे श्रद्धालु बुरी तरह घायल हो गए। हादसे में 11 लोग घायल हो गए। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी और प्रत्यक्षदर्शियों ने मलबे से लोगों को बाहर निकाला और उन्हें उपचार के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय भेज दिया। जहां पर चिकित्सकों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया, तो वहीं उपचार के दौरान एक और दर्शनार्थी की मौत हो गई। जिसमें अरविंद यादव, गीता कश्यप, रशमी गुप्ता निवासीगण कानपुर, चंदन निवासी देवरिया, अंजू निवासी पंजाब हाल निवासी ओमेक्स सिटी वृंदावन की मौत हो गई। घटना की सूचना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला अधिकारी पुलकित खरे, मथुरा एसएसपी शैलेश पांडे, मथुरा वृंदावन नगर निगम के नगर आयुक्त अनुनय झा, एसपी सिटी एमपी सिंह मौके पर पहुंच गये। मौके पर पहुंचे मथुरा के जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि वृंदावन में इस समय बारिश का मौसम चल रहा है। जिसमें कि बांके बिहारी मंदिर को जाने वाले मार्ग पर एक जर्जर मकान उस समय गिर गया, जब कुछ श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने के लिए आ जा रहे थे।
प्रशासन हुआ सतर्क, जर्जर इमारतों से घिरीं पार्किंग कराईं बंद
हादसे के बाद जिला प्रशासन जागा है। जिस गली में हादसा हुआ बैरिकेडिंग करने के बाद उसे बंद कर दिया गया। साथ ही मंदिर के आसपास कुछ प्राइवेट पार्किंग भी हैं जिनमें वाहन खडे होते हैं। इनमें से एक पार्किंग उस बिल्डिंग के पिछले हिस्से में बनी है जिसका आगे का हिस्सा गिरने से श्रद्धालुओं की मौत हुई है। बुधवार को यहां बनीं दोनों पार्किंग को बंद कर दिया गया।