मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। विद्युत विभाग ने बकायेदारों से वसूली के अभियान को तेज कर दिया है। विभाग ने इसके लिए घर घर दस्तक अभियान चला रखा है। 30 सितम्बर तक यह अभियान चलेगा। इस अभियान के तहत मीटर रीडर के साथ विद्युत विभाग का कर्मचारी भी मौजूद रहेगा। इस अभियान के तहत ऐसे उपभोक्ताओं तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है जो नियमित बिल तो जमा कर रहे हैं लेकिन मीटर रीडर के साथ मिल कर विद्युत विभाग को धोखा दे रहे हैं। मीटर में स्टोर रीडिंग का पता लगाया जा रहा है। वहीं जिन उपभोक्ताओं का भार अधिक है उनके मीटर बदलवाये जा रहे हैं और अधिक भार के मीटर लगाये जा रहे हैं। वहीं 50 हजार से अधिक के बकायेदारों को लाल नोटिस थमाए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र में 50 हजार से अधिक के बकायेदारों के घरों पर नोटिस चस्पा किए जा रहे हैं। ऐसे 500 बकायेदारों के घर पर नोटिस चस्पा किए गये हैं, जिनके उपर बिजली विभाग का 50 हजार से अधिक का बकाया चल रहा है। एसई मनोज कुमार शाम को पूरे दिन की कार्यवाही की समीक्षा कर रहे हैं। अधीनस्थों को निर्देशित किया गया है कि वह कार्य में तेजी लाएं। विभागीय उच्चाधिकारी लगातार अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। विभाग का यही उद्देश्य है कि किसी भी कीमत पर लाइन लॉस को कम किया जाए और बकायेदारों से वसूली सुनिश्चित की जाए। शहर से गांव तक विद्युत विभाग के कर्मचारी अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं।
एक लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने कभी बिल जमा नहीं किया
जनपद में ऐसे बिजली उपभोक्ताओं की संख्या एक लाख से अधिक है जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद कभी बिल ही जमा नहीं किया है। विभाग भी ऐसे उपभोक्ताओं से वसूली नहीं कर पा रहे हैं। विभाग ने ऐसे उपभोक्ताओं की सूची तैयार की है जिसमें एक लाख 20 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद कभी बिल जमा नहीं किया है।
गांव के गांव गोल, नहीं भरते बिल
वहीं ऐसे गांवों की संख्या भी अच्छी खासी है जो बिल नहीं भरने के लिए विभाग में कुख्यात हैं। इनमें से अधिकांश गांव वह हैं जो किसी बड़े नेता या जनप्रतिनिधि के प्रभाव वाले हैं। अधिकारियों का कहना है कि विभाग इन गांवों की बिजली काटता है तो दबाव बनने लगता है। वहीं पांच से 10 प्रतिषत उपभोक्ता बिल जमा कर रहे हैं वह सप्लाई की मांग करते हैं।
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