ऊंचाहार, रायबरेलीः पवन कुमार गुप्ता। ज्ञात हो कि एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना एक कोयला आधारित परियोजना है जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 1550 मेगावाट है। जिसमें 210 मेगावाट प्रति यूनिट विद्युत उत्पादन क्षमता की पांच इकाई और 500 मेगावाट क्षमता की एक इकाई स्थापित है। परियोजना की इन छः इकाइयों के संचालन में लगभग तीस हजार मीट्रिक टन कोयले की खपत होती है। जिसके भंडारण के लिए अक्सर कोयला खदानों से मालगाड़ियों को खेप परियोजना में आती रहती है। बता दें कि विगत गुरुवार के दिन परियोजना संयंत्र क्षेत्र में हुए रेल हादसे में परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा द्वारा बताया गया था कि गुरुवार को वैगन टिपलर क्षेत्र में एक वैगन कोयला अनलोड करने के बाद आगे बढ़ते हुए अपने ट्रैक से स्लीप हो गया था, जिस पर एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए उसे रात में ही उचित स्थान पर वापस रख दिया गया था। इस घटना से विद्युत उत्पादन पर ना तो कोई प्रभाव पड़ा है और ना ही इससे कोई जान-माल का नुक़सान हुआ है। वहीं आज फिर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के माध्यम से बताया जा रहा है कि बीती शनिवार को भी परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में कोयला लेकर पहुंची मालगाड़ी अनलोड करने के बाद रेल ट्रैक पर आगे बढ़ते हुए अनियंत्रित होकर उसके वैगन फिर से बेपटरी हो गए। जिसका ऊंचाहार परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी ने खंडन किया है। ऊंचाहार परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि कोल हैंडलिंग क्षेत्र में मरम्मत का कार्य चल रहा है। बीती शनिवार को परियोजना में कोई रेल हादसा नहीं हुआ है। सुधार का कार्य जारी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। इसके साथ ही जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि ऊंचाहार विद्युत तापीय परियोजना के प्रचालन एवं अनुरक्षण के कार्यों में तकनीकी समस्याएं आना एक सामान्य बात है। इसी क्रम में कल शाम वैगन टिपलर क्षेत्र में व्यवधान आए थे, जिसका तुरंत अनुरक्षण किया गया। वैगन पलटने जैसे समाचार भ्रामक हैं। वर्तमान में वैगन टिपलर क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।