मथुराः श्याम बिहारी भार्गव। कोसीकलां के गांव बठैन कलां में मां, बेटा संदिग्ध हालत में मृत मिले। बेटे का शव पानी की टंकी में पडा मिला जबकि मां कमरे में फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। जिस कमरे में मां का शव फंदे पर लटका था वहां पुलिस को खून के निशान और डंडा भी पडा मिला। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दौरान मारपीट भी की गई और हत्या के बाद दिव्यांग बेटे के शव को पानी की टंकी में डाल दिया गया। घटना वाली रात घर में दिव्यांग बेटा और मां ही थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेटे का शव पानी की टंकी में पडा मिला तो मां का शव खूंटी से लटका मिला। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घर का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने दोनों के शव उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए हैं। सूचना पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। गांव बठैन कलां निवासी पूरन रविवार की शाम को अपनी ससुराल दहगांव में गए हुए थे। घर में उसकी पत्नी ओमवती एवं दिव्यांग पुत्र विष्णु उर्फ पवन ही थे। सोमवार की सुबह जब दूध देने वाली एक महिला घर पहुंची तो उसने किवाड़ खटखटाया। गेट नहीं खुलने पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो वह अंदर ओमवती के शव को देखकर उसकी चीख निकल गई। जिसके बाद तमाम ग्रामीण एकत्रित हो गए। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। जब खोजबीन की गई तो दिव्यांग पुत्र विष्णु का शव भी घर में रखी 500 लीटर पानी की टंकी से बरामद हुआ। इंस्पेक्टर अनुज कुमार ने बताया कि मृतक महिला ओमवती मानसिक रूप बीमार थी। उसका इलाज चल रहा था। कई दिनों से वह दवाओं को कूडे में फेंक रही थी। माना जा रहा है कि पहले दिव्यांग पुत्र विष्णु की हत्या कर शव पानी की टंकी में छिपा दिया। जिसके बाद उसने फांसी लगा ली होगी। पति पूरन सिंह ने बताया कि वह सकुशल छोड़कर ससुराल मेला देखने गया था। जबकि मृतक की बहन उषा ने बताया कि उसकी बहन मानसिक रूप से बेहद बीमार थी लेकिन वह शांत ही रहती थी।