Sunday, November 24, 2024
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बिना प्रेरणा एप अपलोड किए कोई भी रिपोर्ट मान्य नहीं होगीः जिलाधिकारी

मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। प्रेरणा एप को लेकर जिलाधिकारी ने सभी शिक्षकों को निर्देश जारी किए है जिसमें उनसे हर विद्यालय के निरीक्षण की रिपोर्ट एप के जरिए ही अपलोड करनी होगी। इसके बिना कोई भी रिपोर्ट मानी नहीं जाएगी। निरीक्षण आख्या प्रेरणा एप पर अपलोड किए जाने के बाद ही मान्य होगी। प्राथमिक विद्यालय माधोपुर विकास खंड मथुरा, प्राथमिक विद्यालय दामोदरपुरा विकास खंड मथुरा, न्याय पंचायत स्तरीय प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद, पूर्व माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद, प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद द्वितीय विकास खंड मथुरा तथा प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन मथुरा तथा स्कूलों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र का जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवक्त्ता तथा अन्य विषयक की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि शिक्षा विभाग में प्रेरणा एप के प्रयोग के लिए अनिवार्यता बढ़ती जा रही है। शिक्षकों को अपनी मौजूदगी के लिए हर हाल में अब इस एप की मदद लेनी पड़ रही है। नई व्यवस्था में हाजिरी से लेकर निरीक्षण तक सब कुछ प्रेरणा एप के जरिए अपलोड करना है। बिना अपलोड किए कोई भी रिपोर्ट मान्य नहीं होगी। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कंपोजिट स्कूल औरंगाबाद विकास खंड मथुरा का निरीक्षण प्रेरणा एप के माध्यम से किया। उन्होंने विद्यालय में भौतिक व शैक्षणिक स्तर को जांचा व आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान वहां शैक्षणिक स्तर की जांच करते हुए बच्चों को दी जा रही शिक्षा के संबंध में न केवल अध्यापकों से जानकारी ली बल्कि बच्चों से भी जानकारी ली व उनसे अंग्रेजी, गणित व हिंदी आदि विषयों पर सवाल पूछ कर उनके शैक्षणिक स्तर भी जांचा। डीएम ने विद्यालय में साफ सफाई की व्यवस्था को भी जांचा। उन्होंने वहां शौचालय की साफ सफाई की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। साथ ही बच्चों को मध्यान्ह भोजन के लिए दिए जा रहे भोजन को जांचा।
उन्होंने वहां उपस्थित पंजिका को भी देखा। उन्होंने कहा कि बच्चों को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही यूनिफॉर्म, किताबें जूते आदि उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाए। डीएम ने उपस्थित अध्यापकों से कहा कि प्रत्येक बच्चे के जीवन में शिक्षा व स्वास्थ्य अति महत्वपूर्ण है इसके दो पहलू हैं, इसलिए शिक्षा के स्तर में किसी प्रकार की लापरवाही ना हो। बच्चों को अच्छे से अच्छी शिक्षा उपलब्ध हो, उनके शैक्षणिक व बौद्धिक स्तर में सुधार हो, ताकि वह भविष्य में एक सफल नागरिक बन सके व देश प्रदेश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी देश का भविष्य है।