रायबरेली। अवैध मादक पदार्थों के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी की संभावना के दृष्टिगत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने 05 से 15 नवम्बर 2023 तक विशेष प्रवर्तन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले की समस्त तहसीलवार टीमो का गठन करके विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग, पुलिस एवं राजस्व प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर प्रभावी प्रवर्तन कार्य सुनिश्चित किये जाने को कहा। उन्होंने कहा कि पूरे जनपद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाकर अवैध शराब के निर्माण, तस्करी, परिवहन आदि पर प्रभावी अंकुश लगाया जाये। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए प्रत्येक तहसील में उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी तथा आबकारी निरीक्षक विशेष रूप से सक्रिय रहेंगे। पूरे जनपद में 6 प्रवर्तन दलों का गठन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि यह टीमें अवैध मदिरा के कार्य में संलिप्त पाये जाने पर आवश्यकतानुसार गैंगस्टर/गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत कठोरतम कार्यवाही करेंगी । संदिग्ध वाहनों की सघनता एवं सूक्ष्मता से चेकिंग कराई जाएगी और राष्ट्रीय/राज्य राजमार्ग पर स्थित ढाबो, जहां अल्कोहल के टैंकर प्रायः रूकते है, की भी संघ एवं आकस्मिक जांच करायी जाये। आबकारी दुकानों एवं थोक अनुज्ञापनों का निरीक्षण चेकलिस्ट के अनुसार किया जाये। स्टाक के बारकोड व क्यू0आर0 कोड की सूक्ष्मता एवं सतर्कतापूर्वक स्कैनिंग करके जांच की जाये। देशी,विदेशी मदिरा,बियर एवं माडल शाप की फुटकर बिक्री की दुकानों पर ओवर रेट के सम्बन्ध में रैंडम टेस्ट परचेज की कार्यवाही भी की जाये।
उन्होंने कहा कि अल्कोहल युक्त औषधियों एवं टिंचर का शराब के रूप में दुरुपयोग को रोकने के लिए ड्रग विभाग के सहयोग से ऐसे दुकानों का निरीक्षण कर नमूने आहरित किये जायें और जांच में सब-स्टैण्डर्ड पाये जाने पर उनका अनुज्ञापन निरस्त करने की कार्यवाही ड्रग विभाग द्वारा करायी जाये।