मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव । वृंदावन परिक्रमा मार्ग स्थित मोक्षधाम के समीप विवादित प्लॉट पर मांट तहसील की राजस्व टीम द्वारा पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी से बाउंड्रीवॉल गिराने के मामले में संत समाज के साथ विहिप के विरोध दर्ज कराने पर जिलाधिकारी ने प्रकरण की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। बंशीवट स्थित एक प्लॉट को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद में शुक्रवार को मांट तहसील के नायाब तहसीलदार पंकज यादव ने राजस्व टीम के साथ तारा किशोर शर्मा की शिकायत पर अवैध कब्जे को हटाने की कार्यवाही की थी। जिसमें विरोध कर रहे साधु व महिलाओं को पुलिस बल की मदद से जबरन हटाकर हिरासत में लिए जाने पर नगर के संत समाज ने गहरी आपत्ति जताई थी। शनिवार को बड़ी संख्या में संत महंत विहिप पदाधिकारियों के साथ जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह से मुलाकात करने पहुंचे और सम्पूर्ण प्रकरण से अवगत कराते हुए साधुओं के साथ हुई अभद्रता को अवैधानिक बताते हुए कार्यवाही की मांग की।
इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एक टीम जांच के लिए मौके पर भेजी। सिटी मजिस्ट्रेट जे पी निगम ने अधीनस्थों के साथ विवादित स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है। इस संबंध में महंत फूलडोल बिहारी दास ने बताया कि नगर के प्रमुख संतो ने परंपरानुसार बाबा यशपाल को इस आश्रम की महंताई प्रदान की थी। हालांकि उक्त संपत्ति पर मामला दीवानी न्यायालय ने विचाराधीन है। इसीलिए राजस्व टीम और पुलिस को हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है।
इस दौरान महंत रामस्वरूप दास, महंत लाड़िली दास, विहिप जिलाध्यक्ष विनोद राघव,राजू आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।