रायबरेलीः जन सामना संवाददाता। प्रकाश के पर्व दीपावली खुशियां व समृद्धि लाने वाला पर्व है। इस पर्व पर लोग एक-दूसरे को मिठाई बांटकर बधाई देते हैं लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पर्व पर अकेले पड़ जाते हैं और त्योहार पर खुशियों की चमक से दूर रहते हैं। दीपावली के दिन सभी बच्चे परिवार के साथ मौज-मस्ती और पटाखे भी चलाते हैं। खुशियों के इस पर्व पर रायबरेली जिले की पुलिस ने त्योहार के इस पर्व पर अनाथ आश्रम के बच्चों के साथ खुशियां बांटी है।
बता दें कि जिले के थाना मिल एरिया क्षेत्र स्थित बाल आश्रम में कई अनाथ बच्चे रहते हैं। उनका परिवार न होने से वह स्वयं को अकेला महसूस करते हैं। दीपावली के अवसर पर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने अपने परिवार के साथ बाल आश्रम में जाकर बच्चों को मिठाई खिलाई, उन्हें उपहार स्वरूप फल, मिठाइयां, ग्रीन फायर क्रैकर्स आदि दिए और उनके साथ पटाखे चलाए। वहीं बच्चों ने मिठाई खाई और पटाखे भी चलाए। उन्होंने बच्चों को पाठ्य सामग्री भी बांटी। उन्होंने बच्चों को मिठाई खिलाई व खुद भी बच्चों के साथ पटाखे जलाकर उनके साथ खुशी का इजहार किया। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि इन बच्चों के साथ दिवाली मनाकर उन्हें बचपन का एहसास हुआ है। इस मौके पर उनके साथ क्षेत्राधिकारी नगर अमित सिंह, मिलएरिया थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह, बाल आश्रम के प्रभारी व बाल आश्रम के सदस्य मौजूद रहे।
तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक रायबरेली कोतवाली नगर क्षेत्रांतर्गत जेल रोड स्थित मलिन बस्ती में जाकर असहायों के साथ दीपावली मनाई। इस अवसर पर सीओ सिटी अमित सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर संजय त्यागी मौजूद रहे। जनपद के सभी सीओ, थानेदार व पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र के गरीब व असहाय बच्चों के साथ दीपावली का त्यौहार मनाया। प्रकाश के पर्व इस दीपावली पर एसपी ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया था कि हर जगह पर कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों व उनके परिवारीजनों के साथ त्यौहार मनाया जाए और उनके साथ कुछ समय बिताया जाए। जिसके तहत एसपी ने शहर के अनाथ आश्रम में तो अन्य अफसरों ने ग्रामीण इलाकों में दीवाली मनाई। प्रत्येक थाना क्षेत्र में कार्यक्रम का आयोजन कर वहां बच्चों में मिठाई व पटाखों का भी वितरण कराया गया।
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने आदेश दिया था कि पुलिस के सभी अधिकारी गरीब व असहाय बच्चों के साथ दीपावली का त्यौहार मनाएंगे। जिसके बाद एएसपी और सभी सीओ व थानेदार अपने अपने क्षेत्र में जाकर गरीब व अनाथ आश्रम में रहने वाले बच्चों में मिठाई, पटाखों का वितरण कर उनके साथ दीवाली मनायी।