घाटमपुर, कानपुर, शीराजी। नगर में स्वाइन फ्लू की दस्तक से लोग भयभीत हैं, लेकिन मोहल्लों में बने बाड़ों से निकल गलियों व बाजारों में विचरण करने वाले सुअर खतरनाक बीमारी बांट रहे हैं। सुअरों का झुंड घरों तक में घुस जाता है। आदेश के बाद भी प्रभावी कार्यवाही न होने का कारण पालिका कर्मियों द्वारा ही सुअरों का पालन करना है। नगर के गांधीनगर वार्ड में महिला को स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद लोगों ने एसडीएम से सुअरों को पकड़वाने की मांग की है।
नगरीय क्षेत्र के गांधीनगर, अशोक नगर उत्तरी, शास्त्रीनगर, कटरा, नौबस्ता, आछीमोहाल व पचखुरा आदि में सुअरों के बाड़े हैं। यहां पालक सुबह होते ही सुअरों को बाड़ों से निकाल देते हैं, जो आसपास के गंदगी से भरे प्लाट व तालाबों में मुंह मारते हुए गलियों व बाजारों में भ्रमण करते देखे जाते हैं। गलियों में घूमने वाले सुअर घरों के अंदर तक घुस जाते हैं। इतना ही सुअरों के बच्चों को काटने की कई घटनाएं भी हो चुकी हैं। विरोध पर सुअर पालक झगड़ा व मारपीट तक में उतारू हो जाते हैं।
गांधीनगर वार्ड की एक महिला में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बावजूद न तो स्वास्थ्य महकमा जागा है और न ही पालिका प्रशासन। वार्ड में भारी तादाद में सुअरों का बसेरा है। पुरानी पीएचसी के भवन में कब्जा कर सुअर पालकों ने बाड़ा बना दिया है। पीएचसी परिसर में अर्से से जलभराव है, जिसमें पनप रहे मच्छरों के चलते लोगों का जीना दूभर है।
नगर में सुअर पालन व्यवसाय में पालिका के सफाई कर्मी शामिल है। इसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती है। नगर में सुअरों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। स्वाइन फ्लू की दस्तक की जानकारी के बाद बुधवार सुबह भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में गांधीनगर वार्ड के लोगों ने उपजिलाधिकारी संजय कुमार से सुअरों को बस्ती से बाहर कराने की मांग की।
’जिम्मेदार बोले’ : नगर में बीमारियों की रोकथाम के लिए लगातार फागिंग व दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। पालकों को नोटिस जारी कर सुअरों को बाड़ों में रखने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। -नीलम चौधरी, अधिशासी अधिकारी