Sunday, November 24, 2024
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मुख्य सचिव से प्रशिक्षु पीसीएस अधिकारियों ने भेंट की

2017.09.04. 01 ssp newsलखनऊ, जन सामना ब्यूरो। राजीव कुमार मुख्य सचिव ने आज उ0प्र0 सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) पी0सी0एस0 संवर्ग के 40 प्रशिक्षणाधीन अधिकारियों से शास्त्री भवन स्थित सभाकक्ष में भंेट किया। वर्तमान में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित 2013, 2014 तथा 2015 बैच के कुल 40 परिवीक्षाधीन अधिकारी उ0प्र0 शासन एवं प्रबन्धक अकादमी लखनऊ में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में 15वां व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ््यक्रम गतिमान है, जो दिनांक 13 अक्टूबर, 2017 को पूर्ण होगा। सामान्य परिचय के उपरान्त मुख्य सचिव द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों की जिज्ञासाओं का विस्तारपूर्वक समाधान किया गया तथा जनता और जन-प्रतिनिधियों सभी के साथ विनम्रतापूर्ण व्यवहार करने एवं जनहितकारी योजनाओं का लाभ जन-सामान्य तक पहुंचाने हेतु भरसक प्रयत्न करने का आह््वान किया।
मुख्य सचिव राजीव कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि अधिकारियों को नियमों, अधिनियमों तथा शासनादेशों से भली-भाँति विज्ञ होना चाहिए तथा टीम भावना से जुनून के साथ कार्य करना चाहिए। विनम्र व्यवहार के साथ-साथ निष्पक्षता तथा व्यक्तित्व में दृृढ़ता भी होना आवश्यक है। अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों का कुशल मार्गदर्शन करना चाहिए किन्तु इस हेतु विषय की स्पष्ट जानकारी होना अपेक्षित है। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को अपने उद्बोधन में जन-सामान्य की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिये।
राजीव कुमार ने कहा कि प्रत्येक माह में प्रथम व तीसरे मंगलवार को समस्त तहसीलों में समाधान दिवस तथा प्रथम व तीसरे शनिवार को सभी थानों में समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। इन दिवसों में प्राप्त होने वाली शिकायतों का समयबद्ध रूप से और गुणवत्तापूर्वक इस प्रकार निस्तारण किया जाना चाहिए जिससे प्रार्थी को उसी शिकायत के बारे में दुबारा तहसील या थाने में न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि आप अपने अधीनस्थ अधिकारियोंध्कर्मचारियों को जो भी निर्देश जारी करें उसका अनुवश्रण अवश्य करते रहें। प्रायः निर्विवाद उत्तराधिकार के मामले काफी संख्या में एवं काफी समय तक लम्बित रहते हैं, यह स्थिति ठीक नहीं है। अतः जैसे ही किसी खातेदार के निधन की सूचना प्राप्त हो, सम्बन्धित लेखपाल तथा भू-लेख निरीक्षक को तत्काल मौके पर जाकर सही जानकारी प्राप्त कर तत्परतापूर्वक मृृतक के उत्तराधिकारियों का नाम भू-लेखों में अंकित करना चाहिए अन्यथा बाद में विविध प्रकार के विवाद उत्पन्न हो जाते हैं।
प्रशिक्षु अधिकारियों ने बाढ़ व सूखे आदि से होने वाली क्षति को कम करने के उपायों के बारे में एवं शासन की प्राथमिकताओं तथा अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाये रखने के बारे में मुख्य सचिव से जानना चाहा जिसके विषय में श्री राजीव कुमार ने अपने गहन अनुभव के आधार पर अधिकारियों का व्यापक मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों का किसी प्रकार से शोषण न हो तथा उनके प्रति अन्याय न हो सके, इसकेे लिये पारदर्शितापूर्वक एवं प्राथमिकता के आधार पर मामलों का निस्तारण किया जाना आवश्यक है। उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों को उत्साह और आत्मविश्वास पूर्वक कार्य करने तथा चुनौतियों का सामना करने के निर्देश दिये। अन्त में उ0प्र0 प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों की ओर से सुश्री किंशुक श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर द्वारा मुख्य सचिव को सम्मान स्वरूप पुस्तक भेंट की गयी।
इस अवसर पर उ0प्र0 प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी के महानिदेशक, कुमार अरविन्द सिंह देव, रमाकान्त पाण्डेय, अपर महानिदेशक तथा संजय कुमार सिंह यादव, अपर महानिदेशक तथा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग दीपक त्रिवेदी उपस्थित थे।