मथुरा। जनपद में 313 विद्यालय द्वारा बच्चों को विद्यालय लाने के लिए वाहन पंजीकृत हैं जिनमें से लगभग 152 वाहन अनफिट हैं या उनका नवीनीकरण नहीं कराया गया जबकि विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से लगातार 12 महीनों का वाहन शुल्क लिया जा रहा है। विद्यालयों द्वारा अपनी मोटी कमाई अनफिट वाहनों के द्वारा की जा रही हैं और अनेकों वाहनों का नवीनीकरण न कराकर सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही हैं।
एआरटीओ राजेश राजपूत ने विद्यालयों के नाम पंजीकृत वाहनों की संख्या 331 अपने यहां रिकार्ड में दर्ज बताते हुए लगभग 152 वाहन इस प्रकार के बताए है जो या तो अन फिट है या उनका नवीनीकरण नहीं हुआ है राजपूत ने उक्त सूची को जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा और बी एस ए मथुरा को भेज दी है इसके अलावा जिला प्रशासन एवम शासन को भी अवगत करा दिया है।
उनका कहना है कि मथुरा जनपद में गैर पंजीकृत वाहनों की संख्या बहुत है जिनका उपयोग विद्यालयों द्वारा बच्चों को विद्यालय लाने लेजाने के लिए किया जा रहा है इसके लिए जल्द ही चौकिंग अभियान चलाया जाएगा और पता कर सीज किया जाएगा। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह के अनुसार अनफिट वाहनों को किसी भी प्रकार बच्चो को के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी मथुरा को निर्देश दिए जा रहे है क्योंकि मामला मुख्यमंत्री जी के स्तर का है उन्होंने विद्यालय संचालकों से कहा है कि या तो वह अपने स्तर से इस संबंध में अमल कर ले। बच्चो की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।