Friday, November 22, 2024
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दो दिवसीय देशज में दिखेगा लोक संस्कृति का महाकुंभ

♦ प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह करेंगे उद्घाटन
♦ पंजाबी गायक सलीम और मराठी गायक नंदेश उमप के साथ नौटंकी, दिवारी, पाई डंडा, फाग, भाओना, गरुड़न परवा से लोहिया पार्क में सजेगी इन्द्रधनुषी अवधी शाम
लखनऊः जन सामना डेस्क। सोनचिरैया की स्थापना के चौदह वर्ष पूर्ण होने पर इस साल देशज लोक पर्व का वृहद रूप से 22 और 23 नवम्बर को गोमती नगर के लोहिया पार्क में आयोजित किया जा रहा है। इस महा पर्व की पूर्व संध्या पर गुरुवार 21 नवम्बर को आयोजन स्थल पर कार्यक्रम का पोस्टर, सोनचिरैया की अध्यक्षा डॉ. विद्या बिन्दु सिंह और सचिव मालिनी अवस्थी ने जारी किया। इस आयोजन का उद्घाटन 22 नवम्बर को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह शाम चार बजे करेंगे।
देशज के लिए पूरा परिसर दुल्हन की तरह सजाया गया है। दूसरी ओर कलाकारों ने गुरुवार को मंच पर पूर्वाभ्यास भी किया। गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने बताया कि पंजाबी गायक सलीम और मराठी गायक नंदेश उमप के साथ नौटंकी, दिवारी, पाई डंडा, फाग, भाओना, गरुड़न परवा की मनोरंजक प्रस्तुतियां देशज में होंगी। इस बार जहां देशज में उत्तर के असम बॉर्डर से आये कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे वहीं सुदूर दक्षिण में स्थित केरल के कलाकार भी अपनी संस्कृतिक छटा बिखरेंगे। छोटे-छोटे बच्चे पाई डंडा नृत्य प्रस्तुत करेंगे। कृषक समाज द्वारा हरियाणा के लोकनृत्य फाग का प्रदर्शन किया जाएगा। केरला के गरुड़न परवा नृत्य में पक्षीराज गरुण की कहानी पारंपरिक रूप से पेश की जायेगी। मान्यता के अनुसार इस नृत्य से कथकली नृत्य का उद्भव हुआ था। इसी तरह असम के भाओना नृत्य में प्रह्लाद और भगवान नरसिंह की कथा पेश की जाएगी। उत्तर प्रदेश की नौटंकी भी लोकरंग के देशज गुलदस्ते में सजी दिखेगी। पद्मश्री रामदयाल शर्मा द्वारा रचित नौटंकी डाकू सुल्ताना का प्रदर्शन देशज में किया जाएगा। देशज के पहले दिन शुक्रवार 22 नवम्बर को पंजाब के लोकगायक मास्टर सलीम की प्रस्तुति होगी। मालिनी अवस्थी ने बताया कि मास्टर सलीम ने फ़िल्मी और सूफी संगीत को अपनी आवाज़ दी है। अंतिम दिन शनिवार 23 नवम्बर को महाराष्ट्र के नंदेश उमप की प्रस्तुति होगी।