बिना लाइसेंस के फर्जी दवायें व नशीले इंजेक्शन बेच रहे
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। साहब! जिले में धड़ल्ले से संचालित तमाम मेडीकल स्टोरों पर जहां लाइसेंस नहीं हैं वहीं वह फर्जी कम्पनियों की दवायें व नशीले इंजैक्शन बेचकर आमजनों के स्वास्थ्य व जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे अवैध मेडीकल स्टोरों पर तत्काल कार्यवाही की जाये।
उक्त शिकायत आज उ.प्र. फार्मासिस्ट फाउंडेशन ने जिलाधिकारी से करते हुये उन्हें शिकायती पत्र सौंपा है जिसमें कहा गया है कि जिले में अवैध तरीके से मेडीकल स्टोरों का संचालन हो रहा है और इन मेडीकल स्टोरों पर फर्जी कम्पनियों की दवाईयां व नशीले इंजैक्शनों की बिक्री की जा रही है जिससे आमजनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। शिकायत में कहा गया है कि प्रशासन द्वारा उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से अवैध मेडीकल स्टोर संचालकों के हौंसले बुलन्द हैं और इनके पास लाइसेंस भी नहीं हैं।
उ.प्र. फार्मासिस्ट फाउण्डेशन के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार का कहना है कि उक्त मेडीकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट की देखरेख में दवाईयां नहीं दी जा रही हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि फार्मासिस्टों को फार्मा क्लीनिक चलाने की अनुमति दें तथा केन्द्र सरकार द्वारा आदेश दिये गये हैं कि मेडीकल स्टोरों का डाटा आॅनलाइन किया जाये और पारदर्शिता लायी जाये। उन्होंने मांग की है कि अवैध मेडीकल स्टोरों पर तत्काल कार्यवाही की जाये।
ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार के अलावा बलवीर सिंह, भारत सिंह, राजकुमार, रामलखन, सूर्यकान्त सिंह, अवनीश कुमार आदि फार्मासिस्ट शामिल थीं।