मोबाइल से मैसेज कर दी थीं फिरौती मांगने की धमकी
दो साथी पहले ही पुलिस ने पकड़े-प्लाट पर कब्जे की नहीं की थी सुनवाई
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। आखिरकार पुलिस ने जिस अभियुक्त की वजह से किरकिरी हुयी उसको गिरफ्तार कर ही लिया। वह भी उस वक्त जब उस पर ईनाम घोषित हो गया था। पुलिस की इस सफलता के बाद जहां नगर विधायक मनीष असीजा के हाईप्रोफाइल प्रकरण का पटाक्षेप हो गया वहीं उनके आवास पर फायरिंग और उन्हें धमकी भरे मैसेज भेजने वाले आरोपी को भी मेडीकल के लिये जिला अस्पताल भेजा गया।
इस मामले की जानकारी एसपी सिटी कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने दी। उन्हांेने बताया कि ज्ञात हो कि 19 सितम्बर की रात्रि को नगर विधायक मनीष असीजा के घर पर कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा फायर किया गया, इसके बाद 22 व 23 सितंबर को उनके मोबाइल पर धमकी भरे मैसेज आये। इस मामले में उनके निर्देशन में सीओ सिटी एवं क्रिमिनल इण्टेलीजेन्स विंग की एक संयुक्त टीम गठित कर ठोस सूचना संकलन कर आवश्यक कार्यवाही के लिये निर्देशित किया गया था। उक्त पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुये 25 सितम्बर को उक्त प्रकरण से संबंधित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
किन्तु संपूर्ण प्रकरण का मास्टर माइण्ड एवं सरगना अनूप शर्मा अपने साथियों की गिरफ्तारी के वक्त भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल हुआ था। उन्होंने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि 26 सितम्बर की देर रात्रि वह अपने घर पर छुपते छुपाते आया है। इस पर तुरंत ही घेराबंदी कर पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी को उसके गांधी नगर स्थित आवास से पकड़ लिया। जिसकी तलाशी ली गई तो अभियुक्त से 315 बोर का तमंचा, एक अद्द जिंदा कारतूस व एक अद्द खोखा कारतूस बरामद हुआ। जिसको लेकर थाना उत्तर में संबंधित मुकदमें पंजीकृत किये गये। गिरफ्तार अभियुक्त अनूप शर्मा से पूछताछ की गयी तो बताया कि उसने स्टेशन रोड पर एक जमीन खरीदी थी जिस पर विधायक मनीष असीजा के ग्लास फैक्ट्री के पार्टनर धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने कब्जा कर रखा है, जिसे हटवाने के लिये कई दिनों तक विधायक के चक्कर लगाये कोई मदद नहीं की, इससे आहत होकर उसने विधायक से फिरौती लेने के मकसद से साथियों संग उनके घर पर फायरिंग की और मोबाइल पर मैसेज कर फिरौती की मांग की।
यह है गिरफ्तार करने वाली टीम
फिरोजाबाद। एसपी सिटी ने बताया कि गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना उत्तर प्रभारी निरीक्षक सोमपाल सैनी, सर्विर्लान्स सैल प्रभारी शैलेंद्र सिंह, क्रिमिनल इन्टेलीजेन्स विंग प्रभारी नीरज मिश्रा, थाना उत्तर उपनिरीक्षक उमर फारूक, उपनिरीक्षक नितिन त्यागी संग क्रिमिनिल इंटेलीजेन्स विंग के आरक्षी दिनेश कुमार, राहुल यादव, नदीम खान, मुकेश कुमार संग सर्विलान्स के आरक्षी अरूण कुमार, गिर्राज यादव, अमित उपाध्याय आदि रहे।