Monday, November 25, 2024
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कार्यों की प्रगति की त्रैमासिक समीक्षा कर कठिनाइयों का निराकरण यथासमय सुनिश्चित कराया जायेः मुख्य सचिव

लखनऊः जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि देश एवं विदेशों में विभिन्न क्षेत्रों में किये गये इनोवेटिव एवं गुड प्रैक्टिस का अध्ययन कर प्रदेश के विकास को और अधिक गति देने हेतु उपर्युक्त माॅडल का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण कार्य हेतु डेवलपमेन्ट पार्टनर्स एवं सम्बन्धित प्रशासकीय विभागों को एक साथ व्यवस्थित ढ़ंग से कार्य करने में सफलता अवश्य प्राप्त होगी। उन्होंने समस्त डेवलपमेन्ट पार्टनर्स के कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि और अधिक बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिव आज योजना भवन के सभागार में डेवलपमेन्ट पार्टनर्स एवं विभिन्न प्रशासकीय विभागों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि डेवलपमेन्ट पार्टनर्स एवं सम्बन्धित प्रशासकीय विभागों के मध्य नियोजन विभाग द्वारा समन्वय स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कार्यों की प्रगति की त्रैमासिक समीक्षा की जाये ताकि डेवलपमेन्ट पार्टनर्स द्वारा अनुभव की जा रही कठिनाइयों का निराकरण यथासमय सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि विकास हेतु राज्य स्तर पर अनेक योजनाएं एवं अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं तथा प्रदेश सरकार गुणवत्तापरक प्रशासन एवं प्रगति की ओर अभिमुख है। कृषि उत्पादन आयुक्त, राज प्रताप सिंह ने प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के क्षमता वर्धन एवं बच्चों की कक्षा में उपस्थिति में अनुभव की जा रही चुनौतियों में सहयोग किये जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा में अधिकतर धनराशि शिक्षकों के वेतन पर व्यय हो रही है, जिसके कारण विद्यालयों की अवस्थापना सुविधाओं यथा-बिजली, पानी, विज्ञान एवं कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं का विकास किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।

अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा, श्री संजय अग्रवाल द्वारा बच्चों के लिये स्मार्ट क्लासेस एवं लाइब्रेरी के विकास में सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की गयी है।
प्रमुख सचिव, खादी एवं ग्रामोद्योग, नवनीत सहगल द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में उद्योगों के विकास हेतु कौशल विकास एवं क्षमता सवंर्धन के क्षेत्रों में डेवलपमेन्ट पार्टनर्स से सहयोग की अपेक्षा की गयी।
यूएनडीपी की कन्ट्री डायरेक्टर सुश्री मरीना वाॅलटर्स द्वारा बताया गया कि उत्तर प्रदेश में यूएनडीपी द्वारा गत तीन वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यूएनडीपी बहुत बड़ा डोनर एजेन्सी तो नहीं है, परन्तु किसी भी क्षेत्र में गुणवत्ता की बढ़ोत्तरी हेतु माॅडल विकसित करने में सहयोग प्रदान किया जायेगा।
यूनिसेफ की प्रदेश प्रमुख, सुश्री रूथ लिएनों द्वारा बताया गया कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, बाल संरक्षण, पेयजल एवं स्वच्छता, स्वास्थ्य सम्बन्धित क्षेत्रों में राज्य, मण्डल एवं जिला स्तर पर विभिन्न विभागांे के साथ समन्वय कर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। सुश्री लिज क्लाइमा द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा नियमित टीकाकरण कम्युनिटी मोबिलाइजेशन सिस्टम के सुदृढ़ीकरण में तकनीकी सहयोग प्रदान किया जायेगा।