शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था पर भी होगा विशेष ध्यान
नकल विहीन ही करायी जायेंगी यू0पी0 बोर्ड परीक्षाएंः डी0आई0ओ0एस0
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। नवागत जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सुनील कुमार का कहना है कि जनपद के समस्त विद्यालयों में बेहतरीन शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी और वित्त पोषित (एडेड) स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक की निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा तथा जो भी एडेड (वित्त पोषित) विद्यालय कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के पढ़ने वाले बच्चों से किसी भी नाम पर व्यवस्था या सुविधा शुल्क की एवज में एक रूपया भी वसूलते हैं तो यह अवैधानिक है। कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के छात्र-छात्राओं से फीस वसूलने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही भी की जायेगी और जिस भी विद्यालय के प्रधानाचार्य/प्रधानाचार्या ने कक्षाअध्यापिकाओं के माध्यम से कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के छात्र-छात्राओं से व्यवस्था शुल्क या फीस के नाम पर बच्चों से रूपये वसूले हैं ऐसे विद्यालयों की जांच कराकर उन बच्चों के रूपये भी वापिस करवाकर स्कूल के प्रधानाचार्य के विरूध्द कड़ा एक्शन लिया जायेगा। शासन के निर्देशानुसार विगत दिनों जिला शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान (डायट) एटा के उप प्राचार्य के पद से स्थानांतरित होकर यहां हाथरस डी0आई0ओ0एस0 के पद पर आसीन हुए श्री सुनील कुमार ने जिला विद्यालय निरीक्षक, जनपद हाथरस का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात् हमारे जिला संवाददाता अनिल कश्यप से विशेष बातचीत करते हुए आगे कहा कि जिले के विद्यालयों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराना तो उनकी पहली प्राथमिकता है ही, इसके अलावा शासन की मंशा के अनुरूप आगामी फरवरी माह- 2018 में होने वाली यू0पी0 बोर्ड की परीक्षाओं को भी नकल विहीन कराया जाएगा। नवागत जिला विद्यालय निरीक्षक सुनील कुमार का आगे यह भी कहना है कि वह जिले के वित्त पोषित (एडेड) विद्यालयों का औचक निरीक्षण भी करेंगे और जिस विद्यालय में कोई कमी या अनियमितता पायी जाती है तो ऐसे विद्यालयों के खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। नवागत डी0आई0ओ0एस0 सुनील कुमार ने जनपद के समस्त विद्यालय के प्रधानाचार्यों/प्रबंधकों से भी यह अपील की है कि वह बच्चों की बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था की ओर ही विशेष ध्यान दें और ऐसा कोई कार्य न करें जिससे उनके स्कूल की बदनामी हो।