हाथरस, नीरज चक्रपाणि। हाथरस में पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण कार्यक्रम रखा गया जिसके तहत मंडलायुक्त ने हाथरस में स्वच्छता अभियान से जुड़े अधिकारियों और पंचायत सचिवों के साथ ही स्वच्छता सहयोगियों को भी सम्मानित किया और साथ ही हाथरस के बागला संयुक्त अस्पताल का भी औचक नीरीक्षण किया। निरीक्षण में काफी खामिया पाई गईं, जिन्हें सुधार के निर्देश दिए। हाथरस के मथुरा रोड पर पंचायती राज विभाग के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यक्रम का शुभारम्भ अलीगढ के मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर और गांधी जी के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर किया। जिसमे स्वच्छता अभियान से जुड़े अधिकारियों और पंचायत सचिवों के साथ ही स्वच्छता सहयोगियों को पटका ओढ़ा कर और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया और सुभाष चन्द्र शर्मा ने प्रधानों को सम्बोधित करते हुये कहा की हाथरस के लोग घरों में शौचालयों का निर्माण करा रहे हैं। मतलब लोगों को सरकारी तंत्र में विश्वास बढ़ रहा है। शौचालय से आप लोगों का भला होगा। खुले में शौच करने से मक्खी, मच्छर हमारे परिवेश में प्रवेश करके गंदगी फैलाते है। आज लोग शौचालय को इज्जत घर के रूप में संस्कृतिक उपहार के तहत प्रयोग कर रहे है। घर में शौचालय न होने से बहू, बेटियों तथा महिलाओं को सबसे अधिक समस्या होती है। खुले में शौच करना एक सामाजिक बुराई है तथा समाज में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलती है। मल पर पलने वाले मक्खी तथा मच्छर हमारे सम्पर्क में आते हैं। कार्यक्रम में स्वच्छता पर बनी फिल्म भी दिखाई गई। वही कार्यक्रम में दो खास बात देखने को मिली जहा सम्मानित होने वाले पंचायत सचिव सम्मानित होकर मंडलायुक्त के पैर छू रहे थे वही मंडलायुक्त आराम से छुवा रहे थे और उनके पीए महेश चंद्र मंच पर सो रहे थे। वही मंडलायुक्त अचानक हाथरस के बागला संयुक्त अस्पताल पहुंच गए और वहां का औचक निरीक्षण किया जहा इमरजेंसी में बैडो की हालत बदतर थी गद्दों के नीचे इंजेक्शन की सुइयां फसी थी यह हालत देख कर मंडलायुक्त ने सीएमओ और सीएमएस से नाराजगी जाहिर की और सुधार के निर्देश दिए। वही मरीजों से मिलकर उनका हाल जाना जहाँ मरीजों ने अल्ट्रा साउंड आदि की शिकायत भी की। अस्पताल की बिल्डिंग और वार्डों से मंडलायुक्त संतुष्ट नजर आये।
https://www.youtube.com/watch?v=iUgieAkAbpA&feature=youtu.be