लालगंज,रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। मधुमेह एक ऐसी न खत्म होने वाली बीमारी है। जो एक बार हो जाने पर इंसान को जीवन भर झेलना पड़ता है। डाइबटीज से शरीर का कब कौन सा अंग खराब हो जाय रोगी को पता ही नही चलता। यह पुरुष और महिलाओं को धीरे धीरे इन्फर्टेलिटी जैसी घातक बीमारियों की ओर ले जाता है। शुगर बदलती जीवन शैली की कई परेशानियों का कारण बन रही है।
कस्बे के नार्थ इंडियन एजुकेशनल ट्रस्ट के तत्वावधान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में मधुमेह जागरूकता शिविर को सम्बोधित करते हुये डाॅ0 संजीव कुमार ने उक्त विचार प्रकट किया। डॉ एस के सिंह ने मधुमेह को अनुवांशिक बताते हुए कहा कि इंशुलिन हार्मोन का एक प्रकार है और इसके असन्तुलित होने से शरीर के अन्य हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रॉन और टेस्टोस्टेरन का स्तर भी प्रभावित होता है। खून में ग्लूकोज की मात्रा प्रभावित होती है। यह रोग उच्च रक्तचाप, गुर्दे, लीवर, मस्तिष्क तथा आँखों की बीमारी पैदा करके व्यक्ति को मरणासन बना सकती हैं। नार्थ इंडियन एजुकेशनल ट्रस्ट के जिला समंवयक हरिओम पारस ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में मनुष्य की जीवन शैली प्रदूषण व मानसिक दबाव से देश मे मधुमेह के रोगी बढ़ रहे है मधुमेह दिवस का उद्देश्य डायबटीज रोग के प्रति लोगो मे जागरूकता पैदा करना है। ताकि समय रहते इसके लक्षणों का पता कर उचित उपचार किया जा सके।
मधुमेह दिवस पर नार्थ इण्डियन एजुकेशनल ट्रस्ट के बैनर तले बैसवारा इंटर कॉलेज, बैसवारा डिग्री कॉलेज के एनसीसी, एनएसएस व स्काउट गाइड के बच्चे तथा ऑक्सफोर्ट इंस्टिट्यूट ,सांई चेरिटेबल ट्रस्ट ,अमेरिकन इंस्टिट्यूट की छात्र छात्राओ ने डायबटीज जागरूकता रैली नगर के साकेत नगर से निकालकर ब्रजेन्द्र नगर , नई बाजार मेनरोड करुणा बाजार होते हुए अस्पताल परिसर पहुँची। जहां पर शुगर गोष्ठी के रुप मे परिवर्तित हो गयी। मधुमेह जागरूकता अभियान में यूपी बटालियन एनसीसी के अधिकारी लेटिनेंट पुनीत तिवारी, नायक सूबेदार अनिल सिंह, बैसवारा इंटर कॉलेज के एनएसएस प्रभारी रामजीलाल श्रीवास्तव, बैसवारा महाविद्यालय के एनसीसी प्रभारी डॉ शैलेन्द्र सिंह, रोवर्स रेंजर्स प्रभारी डॉ के0 के0 दीक्षित, रंजना सिंह आदि का विशेष योगदान रहा।