रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। तम्बाकू नियंत्रणार्थ जिला समन्वय समिति की बैठक का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास भवन, रायबरेली में किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने तम्बाकू सेवन को समाज में एक अभिशाप बताते हुए इसे जड़ से खत्म करने पर बल देते हुए विभिन्न विभागों से आये हुए समिति में प्रतिभागी अधिकारियों को निर्देशित किया कि समाज से इस बुराई को हटाने में अपने स्तर से पूर्ण सहायेग देकर जनपद को नशामुक्त बनाने का प्रयास करें। साथ ही जनपद में होने वाली उच्च से निम्न स्तर तक होने वाली सभी बैठकों में तम्बाकू नियंत्रण के बिन्दु को बैठक के एजेण्डे में शामिल करने को आदेशित किया ताकि जनपद के सरकारी गैर सरकारी सभी विभाग इस कार्य को बिना विस्मृत हुए युद्ध स्तर पर करें। इस दिशा में शिक्षा विभाग से आए हुए अधिकारियों को स्कूल (सरकारी/गैर सरकारी), कालेज, संस्थान को तम्बाकू मुक्त एवं परिसर के 100 मीटर तक ऐसी कोई भी दुकान न होने को निर्देशित किया गया। साथ ही साथ ओ0डी0एफ0 घोषित किये जाने वाले गांव को तम्बाकू मुक्त भी किया जाए। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 डी0के0 सिंह द्वारा तम्बाकू सेवन के कारण उत्पन्न होने वाले विभिन्न रोग तथा दुष्परिणामों के बारे में बताया गया। डाॅ0 एन0के0 श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा तम्बाकू से प्रतिदिन होने वाली मौतो के बारे में जानकारी दी गयी और प्रतिभागियों को तम्बाकू से होने वाले जानलेवा बीमारियों के बारे में भी बताया। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, डाॅ0 एम0 नारायण द्वारा जनपद को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में भी समिति के सदस्यों को अवगत कराया। बैठक में भारत सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुसार कोटपा एक्ट- 2003 ‘सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद’ (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिजय, उत्पादन प्रदाय और वितरण का विनयमन) के बारे में जानकारी दी गयी। जनपद रायबरेली के स्कूलों एवं महाविद्यालयों में भी तम्बाकू नियंत्रण जागरूकता कार्यशालाए चलाये जाने के बारे में चर्चा की गयी। बैठक में समस्त विभाग के अधिकारी समस्त ब्लाक स्तर के अधीक्षक, समस्त अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अंजली सिंह एवं डी0एस0 अस्थाना, संदीप कुमार वर्मा, काउन्सलर आदि उपस्थित रहे।